तेहरानः इजरायल पर 1 अक्टूबर की रात 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करने वाले ईरान ने अमेरिका और यूरोप को लेकर बड़ा बयान दिया है। इजरायल पर हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का कहना है कि अगर अमेरिका और यूरोपीय देश पश्चिम एशिया क्षेत्र को छोड़ दें तो युद्ध, संघर्ष समाप्त हो जाएंगे। ईरान पश्चिम एशिया में मचे युद्ध और घमासान के लिए अमेरिका और यूरोप को भी दोषी मानता है। ईरान का आरोप रहा है कि अमेरिका और यूरोप इजरायल को बढ़ावा देते हैं, जो कि पश्चिम एशिया में अशांति का कारण है।
खामेनेई ने यह भी कहा कि अब जायोनियों का शासन खत्म हो चुका है। खामेनेई ने कहा कि हमें उम्मीद है कि ईश्वर की मदद, ईरानी लोगों के कठिन प्रयास, इस्लामी क्रांति से मिली प्रेरणा और अन्य देशों के सहयोग से इस क्षेत्र से हम अपने दुश्मनों को हटा देंगे। खामेनेई ने कहा कि यदि अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों की नजर इस क्षेत्र से हटा दी जाए तो निस्संदेह ये संघर्ष और युद्ध पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे। तब इस क्षेत्र के देश शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि के साथ एक साथ रह सकते हैं।
इजरायल लेगा बदला
ईरान के हमले के बाद इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई है। तेल अवीव पर हमले के तुरंत बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान ने उसके ऊपर हमला करके बहुत बड़ी गलती कर दी है। इसलिए उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। दोनों ही देश एक दूसरे के खिलाफ युद्ध का आधिकारिक ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में इजरायल और ईरान के बीच भीषण युद्ध होना तय माना जा रहा है। यह युद्ध सिर्फ पश्चिम एशिया ही नहीं, बल्कि मध्य-पूर्व से लेकर दुनिया के अन्य देशों पर भी किसी न किसी रूप में अपना प्रभाव डालेगा। यह तीसरे विश्वयुद्ध का आधार भी बन सकता है।