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Iran Hijab Controversy: ईरान के कुर्दिस्तान में पुलिस ने की फायरिंग, महसा अमीनी मौत मामले में प्रदर्शन कर रहे लोगों को बनाया निशाना

Iran Hijab Controversy:अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी ईरानी बलों की कार्रवाई की निंदा की और कहा , ‘‘ईरान में जो कुछ भी हो रहा है उसे दुनिया देख रही है।’’

Edited By: Shashi Rai @km_shashi
Published : Oct 11, 2022 14:52 IST, Updated : Oct 11, 2022 14:52 IST
Iran Hijab Controversy
Image Source : FILE PHOTO Iran Hijab Controversy

Highlights

  • ईरान में महसा अमीनी मौत मामले में प्रदर्शन कर रहे लोगों को बनाया जा रहा निशाना
  • ईरानी सुरक्षा बलों ने कई मकानों में आंसू गैस के गोले दागे
  • ईरान के कुर्दिस्तान में पुलिस ने की फायरिंग

Iran Hijab Controversy: ईरान में 22 वर्षीय लड़की की मौत के विरोध में जारी प्रदर्शन को कुचलने के लिए सरकारी बलों ने देश के कुर्द क्षेत्रों में मंगलवार को अपनी कार्रवाई तेज कर दी। नैतिकता के नाम पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवती महसा अमीनी को पकड़ा था और हिरासत में ही उसकी मौत हो गई थी। दंगा रोधी पुलिस ने ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत की राजधानी सानंदाज में गोलीबारी की। वहीं एमनेस्टी इंटरनेशनल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने महसा अमीनी की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को निशाना बनाने के लिए ईरान की निंदा की है। इस बीच, तेल कंपनियों में काम करने वाले कुछ लोगों ने भी सोमवार को दो प्रमुख रिफाइनरी परिसरों में विरोध-प्रदर्शन किया। ईरान की सरकार ने लगातार यह दावा किया है कि अमीनी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया, जबकि उनके परिवार का कहना है कि उसके शरीर पर चोट व पिटाई के निशान थे। अमीनी को हिजाब सही तरीके से न पहनने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। अमीनी की मौत के बाद ईरान में प्रदर्शन शुरू हुए। 

ईरान के धर्मतंत्र के खिलाफ सबसे बड़ी चुनौती

प्रदर्शन के सामने आए कुछ वीडियो में सुरक्षा बलों द्वारा महिला प्रदर्शनकारियों को पीटते और धक्का देते हुए देखा जा सकता है। इनमें वे महिलाएं भी शामिल हैं जिन्होंने अपना हिजाब उतार दिया था। ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है। अधिकारियों के इंटरनेट पर रोक लगाने के बावजूद राजधानी तेहरान और अन्य जगहों के वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं। सोमवार को एक वीडियो में विश्वविद्यालय और हाई स्कूल के छात्रों को प्रदर्शन तथा नारेबाजी करते हुए देखा गया। कुछ महिलाएं व लड़कियां बिना सिर ढके सड़कों पर मार्च करती नजर आईं। ईरान 2009 के ‘हरित आंदोलन’ के बाद से इन प्रदर्शनों के जरिए ईरान के धर्मतंत्र के खिलाफ सबसे बड़ी चुनौती पेश की गई है। न्यूयॉर्क स्थित ‘सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने एक वीडियो साझा किया जिसमें सानंदाज में सुरक्षा बल के कर्मी मोटरसाइकिल पर चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। 

ईरानी सुरक्षा बलों की दुनिया भर में हो रही निंदा

सेंटर ने कहा, ‘‘उन्होंने बहरान में कथित तौर पर कई गाड़ियों के शीशे भी तोड़े।’’एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी ईरानी सुरक्षा बलों के आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल करने और यहां तक कि मकानों में भी अंधाधुंध आंसू गैस के गोले दागने की निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी ईरानी बलों की कार्रवाई की निंदा की और कहा , ‘‘ईरान में जो कुछ भी हो रहा है उसे दुनिया देख रही है।’’ वहीं ईरान ने सानंदाज में नए सिरे से की गई कार्रवाई के संबंध में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।

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