बेरूतः ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इजरायल को बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि बीते मंगलवार को तेल-अवीव पर किए गए ईरान के हमले पर अगर इजरायल किसी तरह की कोई जवाबी कार्रवाई करता है तो उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। अराघची ने कसम खाते कहा कि इजरायल के किसी भी जवाबी हमले के खिलाफ ईरान ठोस कार्रवाई करेगा। अब ईरानी विदेश मंत्री के इस धमकी भरे बयान के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कैसे और कब तक चुप रहेंगे, यह देखने वाली बात होगी। क्योंकि नेतन्याहू भी ईरान पर बड़ी जवाबी कार्रवाई करने की कसम खा चुके हैं।
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड का भी कहना है कि अगर इजरायल ने हम पर हमला करने की गलती की तो हम उसके गैस और ऊर्जा सुविधाओं पर हमला करेंगे। आधिकारिक लेबनानी मीडिया का कहना है कि ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची इस वक्त बेरूत में हैं। इज़रायल ने लेबनान में तेहरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के खिलाफ अपने हवाई और जमीनी हमले तेज कर दिए हैं। लेबनानी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने पिछले सप्ताह बेरूत में इजरायली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला के मारे जाने के बाद किसी शीर्ष ईरानी अधिकारी की पहली यात्रा के बारे में कहा, "एक ईरानी विमान विदेश मंत्री अब्बास अराघची के साथ रफीक हरीरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा है।"
इजरायल के लेबनान पर किए गए पूर्व हमले में नसरल्लाह के साथ एक शीर्ष रैंकिंग वाले ईरानी जनरल की भी मौत हो गई थी। बेरूत में अब्बास ने कहा कि मंगलवार के मिसाइल हमले के जवाब में अगर इज़रायल ने ईरान पर हमला किया तो कठोर जवाबी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हम लेबनान में युद्धविराम प्रयासों का समर्थन करते हैं, बशर्ते कि हिजबुल्लाह इसका समर्थन करे।
लेबनान का कोई भी सीजफायर गाजा के साथ होना चाहिए
ईरानी विदेश मंत्री ने बेरूत में लेबनान के कार्यवाहक प्रधान मंत्री नजीब मिकाती से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि तेहरान लेबनान में युद्धविराम के प्रयासों का इस शर्त पर समर्थन करता है कि उसमें हिजबुल्लाह की भी सहमति हो। इसके साथ ही गाजा पट्टी में भी युद्धविराम होना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम इस शर्त पर युद्धविराम के प्रयासों का समर्थन करते हैं कि यह लेबनानी लोगों को स्वीकार्य होगा, प्रतिरोध को स्वीकार्य होगा और तीसरा, यह गाजा में युद्धविराम के साथ समकालिक होगा।" (रॉयटर्स)
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