ढाका: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और बैंकों में लोगों का भरोसा बहाल करने की है। अंतरिम सरकार के वित्त और योजना सलाहकार सालेहुद्दीन अहमद ने यह बात कही है। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर अहमद को वित्त और योजना मंत्रालयों का प्रभार सौंपा है। यूनुस ने शुक्रवार को अपने 16 सदस्यीय सलाहकार परिषद के विभागों की घोषणा की थी। शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किया गया था।
'अर्थव्यवस्था पर होगा फोकस'
अहमद ने वित्त एवं योजना सलाहकार का पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से कहा कि सरकार की प्राथमिकता केंद्रीय बैंक के संचालन को फिर से शुरू करते हुए बैंकों में आम लोगों का भरोसा बहाल करने की है। सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संस्था (बीएसएस) ने अहमद के हवाले से कहा, ''उसके बाद हम सुधार लाने पर काम करेंगे, विभिन्न कारणों से देश की अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई है। हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था में जल्द से जल्द नई जान डालने पर होगा। एक बार अर्थव्यवस्था ठप हो जाए तो इसे फिर से शुरू करना काफी मुश्किल हो जाता है। हम नहीं चाहते कि यह थम जाए।''
'सभी मोर्चों पर करना होगा काम'
ढाका ट्रिब्यून अखबार ने उनके हवाले से कहा, ''अर्थव्यवस्था में कई तरह की समस्याएं हैं। बैंकिंग क्षेत्र, मुद्रास्फीति और कई अन्य जटिलताओं से जुड़े मुद्दे हैं। हमें सभी मोर्चों पर काम करना होगा।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि इस समय केवल कानून और व्यवस्था या सुरक्षा उपायों पर ही ध्यान नहीं देना है, बल्कि बैंकों को खोलने, बंदरगाहों को चालू रखने पर भी उतना ही महत्व दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र के बुनियादी संचालन को फिर से शुरू करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। (भाषा)
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