Afghanistan News: अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत चल रही है। तालिबानी सरकार के शासन के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल कई बार अफगानिस्तान जाकर मिल चुका है। इस दौरान भारत ने अकाल और गरीबी के बीच अनाज और अन्य सुविधाएं भी आम लोगों के लिए मुहैया कराई है। भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐसी बैठकों से पाकिस्तान के होश उड़ जाते हैं। इसी बीच एक बार फिर अफगानिस्तान में तालिबान सरकार से भारतीय प्रतिनिधिमंडल मिला। भारत और तालिबान के बीच हुई इस मीटिंग में गुरुवार को विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव जेपी सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने काबुल में तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की। इस दौरान अफगानिस्तान के पूर्व प्रेसिडेंट हामिद करजई से भी भेंट हुई।
ढाई वर्षों में भारत ने कई बार भेजी है मानवीय मदद
इस संबंध में तालिबान के विदश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने बताया कि अफगानिस्तान भारत के बीच आर्थिक और पारगमन मामलों पर खास चर्चा हुई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा कि दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक हैं। वहीं श्री सिंह ने कहा कि भारत ने पिछले ढाई सालों में अफगानिस्तान को विभिन्न क्षेत्रों में कई बार मानवीय मदद भेजी है।
अफगानिस्तान में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के साथ ही नशीले पदार्थों की तस्करी का मुकाबला करने, भ्रष्टाचार से लड़ने के प्रयासों की सराहना करते हुए जेपी सिंह ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के साथ राजनीतिक और आर्थिक सहयोग बढ़ाने और चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने में रुचि रखता है।
भारत का जताया आभार
उधर, तालिबानी विदेश मंत्रालय ने मानवीय सहायता भेजने के लिए भारत का विशेष आभार जताया है। विदेश मंत्री मुत्ताकी ने कहा कि हमारी संतुलित विदेश नीति के अनुरूप हम भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं। एफएम मुत्ताकी ने भारत के संयुक्त सचिव से अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने का आग्रह किया।'