ढाका: बांग्लादेश में जारी संकट ने भारत के साथ कई पड़ोसी मुल्कों की चिंता बढ़ा दी है। शेख हसीना फिलहल भारत में है। बीते दिन बांग्लादेश के मुद्दे पर सभी दलों की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तमाम पार्टियो के नेताओं को बांग्लादेश के हालात से रूबरू कराया था। इस बीच नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया है। खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ब्रिटेन से बांग्लादेश आ रहे हैं। बांग्लादेश पहुंचने पर तारिक सभा को संबोधित करेंगे। "विजय जुलूस" भी निकाला जाएगा।
हिंसा में झुलसा बांग्लादेश
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद व्यापक हिंसा देखने को मिल रही है। राजधानी ढाका, चटगांव और कुलना समेत अन्य क्षेत्रों में विशेष रूप से हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हिंसा के दौरान जेल से फरार हुए कैदी हथियारों के साथ खुलेआम घूमते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई है। महिलाओं पर हमला किया गया है साथ ही अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई है। कट्टरपंथी हिंदुओं की संपत्तियों को चुन-चुनकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। मंदिर हो या गुरुद्वारा हर स्थान पर हमले हुए हैं। इस बीच इंडिया टीवी ने अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से एक पोल किया है। पोल में लोगों की राय देखने को मिली है।
शेख हसीना को भारत में शरण देनी चाहिए?
क्या बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना को भारत में शरण देनी चाहिए? इंडिया टीवी ने अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से इस पोल के जरिए जब लोगों की राय जानना चाही, तो हजारों लोगों ने इस पर जवाब दिया। जिसमें से 60 फीसदी लोगों ने कहा कि शेख हसीना को भारत में शरण मिलनी चाहिए। 33 प्रतिशत लोगों ने कहा कि शरण नहीं मिलनी चाहिए। वहीं सात फीसदी लोग ऐसे भी रहे जिन्होंने कई राय नहीं व्यक्त की।
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