अंकारा: तुर्की के लिए पिछला एक हफ्ता बड़ी मुसीबत भरा रहा है। भूकंप की वजह से कई शहर तबाह हो चुके हैं। जो इमारतें कभी इन शहरों को शान होती थीं वही इमारतें हजारों लोगों की मौत का कारण बनी हैं। भूकंप की वजह से शहर के शहर मलबे का ढेर बन चुके हैं। जैसे-जैसे मलबे को हटाया जा रहा है वैसे-वैसे मृतकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अगर आंकड़ों को देखें तो यह 20 हजार के पार है। लेकिन इस दौरान इस भारी तबाही के बीच कुछ चमत्कार भी देखने को मिल रहे हैं। इन्हीं में से एक चमत्कार तुर्की के कहारनमारस में देखने को मिला, जहां 120 घंटे से मलबे में फंसी एक मासूम बच्ची को जिंदा निकाला गया।
120 घंटे चला रेस्क्यू अभियान
तुर्की के मरास इलाक़े में सात मंज़िला इमारत के अंदर 50 लोगों के होने की संभावनाएं थीं। जब यहां की रेस्क्यू टीम लगातार खोज रही थी तो उसी दौरान मलबे के अंदर उनको हलचल दिखाई दी। इस हलचल को देखने के बाद टीम ने बचाव अभियान शुरू किया। यह बचाव अभियान लगभग 120 घंटे चला और इसके बाद मलबे में से एक मासूम बच्ची की जिंदगी बचाई गई।
बच्ची के परिवार का नहीं कोई पता
रेस्क्यू अभियान के दौरान इस मासूम की ज़िंदगी बचाने के लिए ऐंबुलेंस बुलाई, ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए गए और फिर हाइड्रोलिक कटर और अलग अलग आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करके आराम आराम से मलबे को हटाया गया। इसी के अंदर ये मासूम बच्ची जिंदा मिली थी। इसके साथ ही उसके परिवार की और लोग भी थे जिनका अभी तक कोई अता पता नहीं है। एकतरफ जहां एक तरफ़ यह मासूम बच्ची मलबे के अंदर थी तो वहीं दूसरी तरफ़ परिवार के लोग इसके मलबे के बाहर बैठकर बच्ची के सकुशल बाहर निकाले जाने की दुआएं कर रहे थे।
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