Israel Hamas War: इजराइल और हमास की जंग और भीषण होती जा रही है। इजराइल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। इस बीच एक मुस्लिम देश से यह मांग उठी है कि भारत जैसे देशों को इजराइल और हमास में जंग रोकने में योगदान देना चाहिए। उनकी पहल से यह जंग रुक सकती है। यह मांग एक मुस्लिम देश के विदेश मंत्री ने उठाई है। जानकारी के अनुसार मलेशिया के विदेश मंत्री जाम्ब्री अब्दुल कादिर ने कहा है कि मलेशिया, भारत और समान विचारधारा वाले अन्य देशों को इजराइल-हमास संघर्ष को समाप्त कराने में योगदान देना चाहिए। क्योंकि गाजा का ‘मानवीय संकट’ व्यापक चिंता का विषय है। भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आये कादिर ने कहा कि गाजा में युद्ध तत्काल समाप्त होना चाहिए और प्रभावित लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए एक मानवीय गलियारा जल्दी खोला जाना चाहिए।
जयशंकर से बातचीत में इजराइल हमास जंग का हुआ जिक्र
मलेशियाई विदेश मंत्री ने कहा कि मंगलवार शाम को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उनकी बातचीत में इजराइल-हमास संघर्ष पर व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने कहा, ‘मलेशिया, भारत और समान विचारधारा वाले देशों को युद्ध की समाप्ति सुनिश्चित करने में भूमिका निभानी चाहिए। इस संघर्ष को तुरंत समाप्त करने का आह्वान करना हमारी जिम्मेदारी है।’ कादिर ने सात अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए हमलों के बाद गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई में 10 हजार से अधिक लोगों के मारे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ‘नैतिक विवेक’ वाला कोई भी देश या नेता ऐसी कार्रवाई को स्वीकार नहीं करेगा।
गाजा में मानवीय सहायता की पहुंच सुनिश्चित हो
कादिर ने मंगलवार देर रात कहा, ‘(गाजा में) लोगों तक मानवीय सहायता की पहुंच सुनिश्चित करने की जरूरत है। यह एक अहम मानवीय मुद्दा है। यह मलेशिया, भारत और अन्य सभी देशों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।’ मलेशियाई विदेश मंत्री ने इजराइल-हमास संघर्ष को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन को बचाने तथा लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘मलेशिया की सैद्धांतिक स्थिति यह रही है कि हम किसी भी स्थिति में निर्दोष लोगों की किसी भी तरह की हत्या के खिलाफ हैं। इसे रोकने की जरूरत है और सभी देशों को इस पर एक साथ आना चाहिए।’
पीएम मोदी ने की थी इजराइल और फिलिस्तीन के राष्ट्राध्यक्षों से बात
गौरतलब है कि इजराइल और हमास के बीच संघर्ष बढ़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फलस्तीनी के अध्यक्ष महमूद अब्बास से फोन पर बातचीत की थी। भारत ने फलस्तीन के लोगों के लिए 22 अक्टूबर को दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित 38 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी थी।