लाहौर: पंजाब का प्रदूषण दूर करने के लिए पाकिस्तान और भारत को मिलकर काम करना चाहिए। यह कहना है पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज का। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में प्रदूषण के कारण होने वाले स्मॉग के प्रभाव को कम करने के लिए भारत के साथ ‘‘जलवायु कूटनीति’’ का आह्वान किया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और भारत के पंजाब राज्य के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम भारत के कई अन्य इलाकों में लोगों को हर साल अक्टूबर से फरवरी के महीनों के दौरान भारी वायु प्रदूषण का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि लाहौर और नई दिल्ली नियमित रूप से इस मौसम में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल होते हैं, जब किसान सर्दियों की फसल की तैयारी से पहले पराली जलाते हैं। मरियम ने बुधवार को जलवायु परिवर्तन ‘लीडरशिप इंटर्नशिप’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारतीय और पाकिस्तानी दोनों को पंजाब के स्मॉग से निपटने के लिए संयुक्त प्रयास करने चाहिए। हवा की दिशा के कारण भारतीय पंजाब प्रांत में पराली जलाने से यहां पर असर पड़ रहा है। स्मॉग की समस्या से निपटने के लिए भारत के साथ जलवायु कूटनीति होनी चाहिए।’’ धुएं और कोहरे के संयोजन को स्मॉग उपनाम से जाना जाता है। यह एक विशिष्ट घटना है जो तब होती है जब कुछ प्रदूषणकारी सूक्ष्म कण ठंडी, नम हवा के साथ मिल जाते हैं और जमीन के करीब रह जाते हैं, जिससे दृश्यता कम हो जाती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं।
मरियम ने की ये अपील
पंजाब प्रांत की सीएम मरियम ने कहा कि हर घर, हर बच्चे को स्मॉग को खत्म करने के महत्व को समझना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘स्मॉग को खत्म करना हमारे बच्चों के स्वास्थ्य और अस्तित्व का मामला है। मरियम ने कहा कि स्मॉग को सिर्फ एक बटन दबाने से खत्म नहीं किया जा सकता, ‘‘इसके लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है।’’ इसलिए भारत को इसमें साथ देना चाहिए। पिछले साल की शुरुआत में, संघीय आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा था कि पाकिस्तानी सरकार भारतीय पंजाब के साथ पराली जलाने का मामला उठाएगी। नकवी ने तब कहा था, ‘‘स्मॉग के मुद्दे को विदेश मंत्रालय द्वारा भारत के साथ उचित कूटनीतिक स्तर पर उठाया जाना चाहिए।’’ प्रदूषण के कारण वातावरण में छाने वाली धूल और धुंध के मिश्रण को स्मॉग कहते हैं। (भाषा)