India-Saudi Arab: भारत की नौसेना और सऊदी अरब की रॉयल सऊदी नौसेना का मिलकर समंदर में किया गया सैन्याभ्यास पूरा हो गया है। यह अभ्यास 23 से 25 मई को आयोजित हुआ था। सैन्याभ्यास के संबंध में भारतीय नौसेना ने बताया कि भारत के पक्ष से आईएनएस तरकश, सुभद्रा और डोर्नियर समुद्री विमान ने अभ्यास किया। जबकि, सऊदी की तरफ से एचएमएस बद्र, अब्दुल अजीज, एमएच 60 आर हेलो और यूएवी शामिल हुईं। तीन दिनों तक चले अभ्यास कार्यक्रम में समुद्री कार्रवाई का बेहतर नजारा देखा गया। स्टीम पास्ट के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
भारत-सऊदी अरब द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास सफलता के साथ संपन्न हुआ। भारतीय नौसेना और रॉयल सऊदी नेवल फोर्स (आरएसएनएफ) के बीच द्विपक्षीय अभ्यास ‘अल मोहेद अल हिंदी-2023’ के दूसरे संस्करण के समुद्री चरण का सफलतापूर्व आयोजन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास 23 से 25 मई तक सऊदी अरब के अल जुबैल में आयोजित किया गया।
भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा, 'भारत की ओर से इस अभ्यास में आईएनएस तरकश, आईएनएस सुभद्रा और डोर्नियर मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट (एमपीए) ने हिस्सा लिया।' बयान के मुताबिक, 'आरएसएनएफ का प्रतिनिधित्व एचएमएस बद्र, एचएमएस अब्दुल अजीज, एमएच 60आर हेलो और यूएवी (मानवरहित हवाई यान) ने किया।'
अधिकारियों ने बताया कि इस तीन दिन के सैन्य अभ्यास के दौरान समुद्र में अभियान चलाने की असरदार क्षमता को परखा गया। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का समापन समुद्र में ‘डीब्रीफ’ (अभ्यास पूरा होने पर सवाल-जवाब) के साथ हुआ और उसके बाद पारंपरिक ‘स्टीम पास्ट’ आयोजित किया गया।
अधिकारियों के अनुसार, ‘अल मोहेद अल हिंदी-2023’ के सफल आयोजन ने दोनों नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर के पेशवराना अंदाज, अंतर-परिचालन क्षमता और सबसे अच्छी तकनीक के आदान-प्रदान को पेश किया। उन्होंने बताया कि यह द्विपक्षीय अभ्यास अपने सभी उद्देश्यों पर खरा उतरा और दोनों देश अगले संस्करण में इसे और उन्नत स्तर पर करने का इरादा रखते हैं।