Highlights
- भारत ने श्रीलंका को दिया सर्विलांस एयरक्राफ्ट
- एयरक्राफ्ट सौंपने से पहले दिया गया प्रशिक्षण
- चीन का जासूसी जहाज भी बंदरगाह पर रुका है
Dornier Maritime Surveillance Aircraft: भारत ने सोमवार को श्रीलंका में आयोजित एक समारोह में श्रीलंकाई नौसेना को एक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान सौंप है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भी हिस्सा लिया। भारतीय नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल एस एन घोरमडे ने कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले के साथ श्रीलंकाई नौसेना को समुद्री निगरानी विमान सौंपा। एडमिरल घोरमडे श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। इससे पहले श्रीलंकाई वायु सेना के प्रवक्ता कैप्टन दुशन विजयसिंघे ने बताया था कि राष्ट्रपति विक्रमसिंघे इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह समारोह कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सटे कातुनायके में श्रीलंका वायु सेना के अड्डे पर आयोजित किया जाएगा।
श्रीलंकाई अधिकारियों ने बताया कि भारत और श्रीलंका के बीच नई दिल्ली में 2018 में हुए रक्षा संवाद के दौरान श्रीलंका ने अपनी समुद्री निगरानी क्षमताएं बढ़ाने के लिए भारत से दो डोर्नियर टोही विमान हासिल करने की संभावनाओं पर बातचीत की थी। इस विमान को श्रीलंकाई वायु सेना के 15 सदस्य ही उड़ा पाएंगे, जिन्हें चार महीनों तक भारत में खासतौर से प्रशिक्षण दिया गया है। इस दल में पायलट, पर्यवेक्षक, इंजीनियरिंग अधिकारी और टेक्नीशियन शामिल हैं। श्रीलंकाई वायु सेना से जुड़ा भारत सरकार का तकनीकी दल इसकी निगरानी करेगा।
एक हफ्ते के लिए रुका है चीन का जहाज
भारत द्वारा श्रीलंका को डोर्नियर विमान ऐसे समय में सौंपा जा रहा है, जब एक दिन पहले चीनी जहाज ‘युआन वांग 5’ एक सप्ताह के लिए दक्षिणी बंदरगाह हंबनटोटा में रुका है। इस जहाज को 11 अगस्त को ही बंदरगाह पर पहुंचना था लेकिन श्रीलंकाई प्राधिकारियों से मंजूरी न मिलने के कारण इसके आने में देरी हुई है। श्रीलंका ने भारत की चिंताओं को देखते हुए चीन से इस जहाज को फिलहाल रोकने को कहा था। बहरहाल, शनिवार को कोलंबो ने जहाज को 16 अगस्त से 22 अगस्त तक बंदरगाह पर रुकने की मंजूरी दे दी है।
श्रीलंकाई नौसेना ने उन खबरों को भी ‘भ्रामक’ करार देते हुए रविवार को खारिज कर दिया कि वह कोलंबो बंदरगाह पर रुके एक पाकिस्तानी युद्धपोत के साथ युद्ध अभ्यास करेगी। श्रीलंकाई नौसेना ने हालांकि इसकी पुष्टि की कि वह पाकिस्तानी युद्धपोत पीएनएस तैमूर के साथ पश्चिमी समुद्र में एक ‘पैसेज एक्सरसाइज’ करेगी, जब वह द्वीपीय देश से रवान होगा। चीन निर्मित पाकिस्तानी पोत कोलंबो बंदरगाह पर शुक्रवार को ऐसे समय रुका जब श्रीलंका सरकार ने एक उच्च तकनीक वाले चीनी अनुसंधान जहाज को ‘पुन: पूर्ति उद्देश्यों’ के लिए 16 अगस्त से 22 अगस्त तक हंबनटोटा के दक्षिणी बंदरगाह का दौरा करने की अनुमति दी है। श्रीलंका ने चीनी पोत को यह अनुमति भारत की ओर से इसको लेकर चिंता जताए जाने के बावजूद दी है।
पहले श्रीलंका ने जहाज के लिए किया था इनकार
पहले श्रीलंका ने भारत की चिंता के बीच चीन से इस जहाज का आगमन टालने को कहा था। बैलेस्टिक मिसाइल एवं उपग्रह का पता लगाने में सक्षम ‘युआन वांग 5’ नामक यह जहाज पहले बृहस्पतिवार को पहुंचने वाला था और 17 अगस्त तक बंदरगाह पर रूकने वाला था। श्रीलंका ने चीन निर्मित पाकिस्तान के युद्धपोत पीएनएस तैमूर को कोलंबो में रुकने की अनुमति दे दी है। श्रीलंका ने पाकिस्तानी पोत को यह इजाजत बांग्लादेश सरकार द्वारा चटगांव बंदरगाह पर रुकने की अनुमति देने से इनकार करने के बाद दी।
श्रीलंकाई नौसेना ने रविवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान नौसेना का जहाज (पीएनएस) तैमूर औपचारिक यात्रा पर शुक्रवार को श्रीलंका पहुंचा। उसने कहा कि तैमूर कोलंबो के समुद्र में एसएलएनएस सिंधुराला के साथ एक ‘पैसेज एक्सरसाइज’ करेगा, जब वह अपनी यात्रा पूरी करने के बाद 15 अगस्त को द्वीप से प्रस्थान करेगा।