Highlights
- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की विदेश नीति को सराहा
- इमरान खान ने रूस से तेल लेने के मसले पर सरकार को घेरा
- पाकिस्तान में विदेश मंत्री एस जयशंकर का विडियो चलाया गया
Independence Day 2022: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की ‘स्वतंत्र विदेश नीति’ की एक बार फिर तारीफ की है और रूस से सस्ता तेल खरीदने के कारण अमेरिका की ओर से बढ़ाए गए निरंतर दबाव के बावजूद विदेश मंत्री एस जयशंकर के अपने रुख पर कायम रहने की सराहना की है। भारत के स्वतंत्रता दिवस से पहले और पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर शनिवार को यहां एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा, 'भारत ने रूस से तेल खरीदा क्योंकि यह उसके लोगों के हित में था।'
हालांकि, शहबाज शरीफ नीत मौजूदा सरकार का कहना है कि पाकिस्तान अमेरिका के समर्थन के बिना जीवित नहीं रह सकता है। खान ने रैली में कहा, 'अगर पाकिस्तान के साथ-साथ आजादी पाने वाला भारत अपने लोगों की जरूरत के हिसाब से एक कड़ा रुख अपना सकता है और अपनी विदेश नीति बना सकता है, तो वह (प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार) कौन हैं, जो लाइन खींचने में लगे हैं।' इस दौरान का इमरान खान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह कहते हैं, 'हिंदुस्तान अमेरिका का रणनीतिक साझेदार है और जब उनको अमेरिका ने कहा कि आप रूस से तेल न खरीदें तो उनके विदेश मंत्री ने क्या कहा ये देखें।'
रैली में विदेश मंत्री का वीडियो चलाया गया
इसके बाद रैली में विदेश मंत्री एस जयशंकर का वीडियो चलाया गया। इस वीडियो में पत्रकार जयशंकर से सवाल पूछती है कि राष्ट्रीय हित के लिए रूस से तेल खरीदकर भारत यूक्रेन युद्ध में फंडिंग कर रहा है। विदेश मंत्री ने इसका जो जवाब दिया, उसकी न केवल भारत बल्कि दुनियाभर में तारीफ हुई। उन्होंने इसके जवाब में कहा, 'क्या केवल भारतीय पैसे और भारत आने वाला तेल ही युद्ध में फंडिंग कर रहा है और यूरोप जाने वाली गैस नहीं कर रही? अगर यूरोपीय देशों, पश्चिम के देश और अमेरिका को इतनी ही चिंता है, तो ईरान के तेल को बाजार में क्यों आने की इजाजतनहीं दे रहे हैं? क्यों वेनेजुएला का तेल बाजार में नहीं आने दे रहे?'
इमरान खान ने की भारत की विदेश नीति की तारीफ
इसके बाद इमरान खान लोगों से कहते हैं, 'सुना? जिनको समझ नहीं आया मैं समझाऊं? ये विदेश मंत्री को उन्होंने कहा कि रूस से तेल मत खरीदो। उसने आगे कहा कि तुम कौन होते हो हमें ये कहने वाले? यूरोप खरीद रहा है तेल उनसे। हमारे लोगों की जरूरत है, हम खरीदेंगे। ये होता है आजाद मुल्क।'