सिंगापुर में एक महिला ने ऐसा अपराध किया है कि उसे फांसी दे दी गई है। सिंगापुर में पिछले 19 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी महिला को फांसी दी जा रही हो। इस दौरान अभी तक किसी भी मामले में किसी अन्य महिला को फांसी नहीं दी गई थी। इससे मामले की गंभीरता को समझा जा सकता है। महिला नशे का कारोबार करने की दोषी पाई गई थी। सिंगापुर में नशे का कारोबार करने वालों को मृत्युदंड का प्रावधान है। दोष सिद्ध होने के बाद महिला को फांसी की सजा दी गई है।
हालांकि सिंगापुर में नशीले पदार्थों से संबंधित अपराधों के लिए मृत्युदंड को बंद करने के आह्वान के बावजूद सिंगापुर ने शुक्रवार को 19 वर्ष में पहली बार किसी महिला को मादक पदार्थों की तस्करी के अपराध में फांसी दी है। मादक पदार्थों की तस्करी के अपराध में इस सप्ताह यह दूसरी फांसी होगी। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि अन्य फांसी अगले सप्ताह दी जाएगी। सिंगापुर के केंद्रीय स्वापक ब्यूरो ने कहा कि सरिदेवि दिजमानी (45) को 2018 में करीब 31 ग्राम डाईमॉर्फिन या विशुद्ध हेरोइन की तस्करी के अपराध में यह सजा सुनाई गई। इसके बयान में कहा गया कि ‘‘मादक पदार्थ की इतनी मात्रा एक सप्ताह तक 370 लोगों के नशे की लत को पूरा करने के लिए पर्याप्त’’ है।
15 ग्राम से अधिक हेरोइन की तस्करी पर मिलती है मौत
महिला को 31 ग्राम डाईमार्फिन के साथ तस्करी करते पकड़ा गया था। इसलिए उसे फांसी की सजा दी गई। बता दें कि सिंगापुर के कानून में 500 ग्राम से अधिक गांजा और 15 ग्राम से अधिक हेरोइन की तस्करी के दोषी व्यक्तियों के लिए मृत्युदंड का प्रावधान है। दिजमानी की फांसी से दो दिन पहले ही मोहम्मद अजीज हुसैन (56) को करीब 50 ग्राम हेरोइन की तस्करी के अपराध में फांसी दी गई थी। इस हफ्ते कई और ड्रग तस्करों को फांसी दी जानी है। (एपी)
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