Highlights
- चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने दो लाख से अधिक सदस्यों को सजा दिलाने का किया दावा
- जिनपिंग के सत्ता में रहते 50 लाख लोगों पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप
- कम्युनिस्ट पार्टी अब तीसरी बार जिनपिंग को कर रही राष्ट्रपति बनाने की तैयारी
Curruption in China: चीन में किस हद तक भ्रष्टाचार व्याप्त है इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि यहां ऐसे 50 लाख लोगों की जांच की गई। इन सभी पर किसी न किसी मामले में भ्रष्टाचार करने के आरोप थे। यह दावा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से किया गया है। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि पिछले एक दशक में उसने भ्रष्टाचार की आशंका को लेकर अपने करीब 50 लाख सदस्यों की जांच की है और 553 लोगों के खिलाफ औपचारिक रूप से आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या इससे व्यापक आर्थिक मंदी पर काबू पाया जा सकेगा या मौजूदा व्यवस्था में लोगों का विश्वास बहाल होगा। पार्टी के 9.6 करोड़ सदस्य हैं और किसी प्रकार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने या अपने अधिकार का दुरुपयोग करने पर कड़ी सजा की चेतावनी एवं आंतरिक प्रणाली के जरिए निगरानी की व्यवस्था की गई है।
सत्ताधारी पार्टी के दो लाख से अधिक लोगों को सजा का दावा
पार्टी की अनुशासन एवं निरीक्षण समिति के उप सचिव जिओ पेई ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि शी चिनफिंग के सत्ता संभालने के बाद 10 साल में कुल 2,07,000 पार्टी पदाधिकारियों को किसी न किसी तरह की सजा दी गई है। वह प्रत्येक पांच साल में आयोजित होने वाली पार्टी राष्ट्रीय कांग्रेस के मौके पर बोल रहे थे। चिनफिंग को तीसरी बार पार्टी, सरकार और सेना का प्रमुख बनाए जाने की संभावना है और उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान को अपना प्रमुख मुद्दा बनाया है।
80 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वयं बताया अपना भ्रष्टाचार
पेई ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि जांच अधिकारियों द्वारा पकड़े गए ज्यादातर लोग लंबे समय से अपराध से जुड़े थे और सजा पाने वालों में से सिर्फ 11 प्रतिशत अपराधियों ने पिछले पांच साल में अपना पहला अपराध किया था। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रसार पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। उन्होंने कहा कि लक्षित नीतियों और अत्यधिक दबाव के कारण पिछले पांच साल में 80,000 पार्टी सदस्यों ने खुद ही अपराध करने की बात स्वीकार कर ली। चीनी अदालतों को सत्तारूढ़ पार्टी के प्रति जवाबदेह के तौर पर देखा जाता है और दोषसिद्धि की दर शत-प्रतिशत है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अब तीसरी बार जिनपिंग को राष्ट्रपति बनाने जा रही है।