4 Policemen killed in Pakistan Terrorist attack: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने पंजाब प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभा को भंग करने का ऐलान कर चुके हैं। आगामी 23 दिसंबर को दोनों राज्यों की सरकार भंग करने का ऐलान भी कर चुके हैं। इन दोनों ही राज्यों में इमरान की पार्टी पीटीआइ की सरकार है। मगर उनके इस ऐलान के एक दिन बाद ही आतंकवादियों ने बड़ा हमला कर दिया है। इसमें राज्य के चार पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि उत्तर पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को एक पुलिस थाने पर हुए हमले में चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और लगभग इतने ही लोग घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने शिन्हुआ एजेंसी को बताया कि यह घटना दोपहर करीब 12:30 बजे हुई, जब प्रांत के लक्की मारवात इलाके में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने पुलिस थाने पर धावा बोल दिया। जब तक पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते, तब तक आतंकियों ने चार जवानों को ढेर कर दिया। साथ ही कई अन्य घायल हो गए। हालांकि पुलिस के जवाबी हमले के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए, जबकि घायल पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूत्रों ने कहा कि घटना के बाद पुलिस की टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है। अभी तक किसी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इमरान का है ये ऐलान
आपको बता दें कि इमरान खान जल्द से जल्द पाकिस्तान में नेशनल एसेंबली का चुनाव करवाना चाहते हैं। इसके लिए वह सरकार पर लगातार आंदोलन और मार्च के जरिये दबाव बना रहे हैं, लेकिन पीएम शहबाज शरीफ ने साफ कर दिया है कि चुनाव अपने वक्त पर ही होंगे। जबकि इमरान खान जल्द से जल्द चुनाव की तारीखों की घोषणा करवाने के लिए सरकार से कह रहे हैं। उन्होंने फिलहाल 20 दिसंबर तक के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को इसके लिए समय दिया है। इमरान ने कहा है कि यदि 20 दिसंबर तक सरकार चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर देती तो वह पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की राज्य सरकार को 23 दिसंबर को भंग कर देंगे।
पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में है इमरान की सरकार
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा में इमरान खान की पार्टी पीटीआइ की सरकार है। मगर अब उन्होंने इन दोनों राज्यों की विधानसभा को भंग करने का ऐलान करके सरकार पर दबाव को बढ़ा दिया है। उन्होंने कई महीने से सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और महंगाई का आरोप लगाकर मोर्चा खोल रखा है। वह रैलियां, सभाएं और मार्च कर रहे हैं। एक ऐसी ही रैली के दौरान वजीराबाद में उन्हें करीब दो महीने पहले गोली भी मार दी गई थी। हालांकि गोलियां उनके पैर में लगीं और इमरान की जान बच गई। इसके बाद इमरान खान ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ समेत, गृहमंत्री सना उल्लाह और एक सैन्य अधिकारी पर हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था।