इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जेल में रहते-रहते ही शाहबाज शरीफ सरकार की नाक में दम कर रखा है। ऐसे में अब शहबाज भी शरीफ बने रहने के मूड में नहीं हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने देश में अस्थिरता एवं अनिश्चितता फैलाने में लगे तत्वों को बेनकाब करने की जरूरत पर बल दिया है। आर्थिक रूप से खस्ताहाल उनकी सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ‘
एआरवाई न्यूज’ की खबर है कि शरीफ ने सीनेट (पाकिस्तानी संसद के एक सदन) में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के संसदीय दल के नेता तथा विदेश मामलों से संबंधित सीनेट की स्थायी समिति के अध्यक्ष इरफान सिद्दिकी के साथ बैठक के दौरान परोक्ष रूप से विपक्ष की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। किसी भी दल का नाम लिये बगैर प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को सरकार, देश एवं राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थानों के विरुद्ध चल रहे संगठित अभियान को विफल करने की प्रभावी रणनीति विकसित करने पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
इमरान की पार्टी कर रही सरकार को चौतरफा विरोध
खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी सभी मोर्चों पर सरकार का विरोध कर रही है और आरोप लगा रही है कि पीएमएल-एन ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के जनादेश को चुरा लिया है। खान जेल में बंद हैं। विदेश मामलों से संबंधित सीनेट की स्थायी समिति का अध्यक्ष निर्वाचित होने पर सिद्दिकी को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने उम्मीद जतायी कि उनके नेतृत्व में यह समिति दुनिया में पाकिस्तान की सकारात्मक और शांतिपूर्ण छवि को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देगी। (भाषा)
यह भी पढ़ें