Pakistan Politics: पाकिस्तान में राजनीतिक उथल पुथल के बीच आखिरकार शहबाज शरीफ की सरकार बन ही गई। उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लेकिन दूसरी ओर इमरान खान की पार्टी पीटीआई यानी तहरीक ए इंसाफ ने शहबाज सरकार पर निशाना साधा है। शहबाज सरकार को 'फर्जी' सरकार करार दिया है। साथ ही चुनावी धांधली और शहबाज सरकार के विरोध मे 10 मार्च को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
पाकिस्तान में राजनीतिक बवाल शहबाज शरीफ के पीएम बनने के बाद भी नहीं थमा है। इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने शहबाज सरकार पर 'जनादेश की चोरी' का आरोप लगाया। बता दें कि इमरान खान की पार्टी को चुनाव चिह्न क्रिकेट का बल्ला न मिलने पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में लड़े थे और सबसे ज्यादा इमरान समर्थकों की जीत चुनाव में हुई थी। 104 प्रत्याशी इमरान समर्थक थे, जो चुनाव जीते थे। इसके बावजूद पीपीपी यानी बिलावल की पार्टी और नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल एन ने मिलकर गठबंधन कर लिया और सरकार बना ली।
सड़कों पर उतरेंगे पीटीआई कार्यकर्ता
पीटीआई के वरिष्ठ नेता असद कैसर ने पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, "हम सभी राजनीतिक ताकतों को एकजुट करेंगे और कानून व संविधान के दायरे में आंदोलन शुरू करेंगे।" जिओ न्यूज के मुताबिक, "नेशनल असेंबली की पूर्व स्पीकर कैसर ने कहा कि वे सभी प्रांतों में सड़कों पर उतरने की योजना बना रहे हैं।" कैसर ने कहा, "हमारा आंदोलन जारी रहेगा। सभी राजनीतिक ताकतों को एक साथ लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करेंगे।"
चुनाव परिणाम में किसी को नहीं मिला था बहुमत
चुनाव 8 फरवरी को हुए थे। इसके बाद बहुत दिनों तक जोड़तोड़ जारी रही। आम चुनाव में पीटीआई समर्थित उम्मीदवार को 266 सीटों में से 90 से ज्यादा पर जीत मिली थी। वहीं पीएमएल एन ने 75 सीटों पर कब्जा किया था। बिलावल भुट्टो की पार्टी को 54 सीटें हासिल हुई थीं। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) पार्टी ने 17 सीट पर जीत हासिल की।