पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के ऊपर हुए हमले के बाद वहां की राजनीति में उथल पुथल मची हुई है। इमरान खान के पर गुरुवार को एक रैली में हमला हुआ था, जहां उन्हें 4 गोलियां लग गईं थीं। जिसके बाद कल शुक्रवार को अस्पताल से ही उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कई बातें कहीं थीं।
इमरान के भाषणों और वीडियो दिखने पर लगा दी थी रोक
उन्होंने पाकिस्तान की शरीफ सरकार और देश की आर्मी पर तमाम आरोप लगाए थे। जिसके बाद पाकिस्तान की इलेक्ट्रोनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने इमरान खान के लाइव भाषण, प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि पर पूरी तरह से बैन लगा दिया। अथॉरिटी के फैसले मुताबिक़ पूर्व पीएम इमरान खान के लाइव भाषण और उनके वीडियो टीवी चैनल पर नहीं दिखाए जा सकेंगे। हालांकि तमाम आलोचनाओं और सरकार के द्वारा अनुच्छेद 5 लागू किये जाने के बाद अथॉरिटी ने यह फैसला तुरंत वापस ले लिया।
PEMRA ने लिया था फैसला
बता दें कि पाकिस्तान की इलेक्ट्रोनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने एक आदेश जारी कर इमरान की कवरेज पर बैन लगाने का फैसला लिया था। इसके पीछे कहा गया था कि उनके भाषण को प्रसारित करना लॉ & ऑर्डर को बिगाड़ने जैसा है। PEMRA ने कहा कि इमरान लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
अगर मेरी भूमिका मिली तो मैं छोड़ दूंगा पद - शरीफ
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने पूर्व पीएम इमरान खान की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा ‘सभी न्यायाधीशों का एक आयोग’ गठित करने की शनिवार को मांग की। बता दें कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री शरीफ और गृह मंत्री के साथ-साथ एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पर उन पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है। शहबाज ने यह भी कहा कि अगर इमरान खान पर हमले से संबंधित किसी साजिश में उनकी भूमिका पाई जाती है तो वह पद छोड़ देंगे।