Pakistan News: पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के बाद जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। हर दल गठबंधन के लिए प्रयासों में जुटे हैं। इसी बीच जेल में बंद इमरान खान ने भी सरकार बनाने की आस नहीं छोड़ी है। वे भी एक्टिव हो गए हैं और सरकार बनाने के लिए कवायदों में जुट गए हैं। एक ओर नवाज शरीफ और बिलावल की पार्टियां गठबंधन की दिशा में नए फॉर्मूले तय कर रही है। वहीं दूसरी ओर इमरान खान जिनकी पार्टी को चुनाव चिह्न न मिलने पर उनकी पार्टी के प्रत्याशी निर्दलीय लड़े थे, वे अपने प्रत्याशियों के साथ मिलकर सरकार बनाने की जुगाड़ कर रहे हैं। इसके तहत इमरान खान ने सरकार गठन की रणनीति बनाने के लिए विशेष समितियां बनाई हैं।
पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने केंद्र तथा पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में सरकार बनाने की रणनीति तैयार करने के लिए विशेष समितियां बनाई हैं। ‘डॉन’ अखबार ने सोमवार को एक बयान के हवाले से कहा कि समितियों द्वारा प्रस्तावित सिफारिशों और रणनीतियों के अनुसार, पार्टी की कोर समिति की बैठक में भाग लेने वाले सदस्यों ने सरकार और संसद के महत्वपूर्ण पदों पर नामांकन की प्रक्रिया जल्द पूरी करने पर सहमति जताई।
पीटीआई केंद्र और प्रातों में सरकार बनाने के लिए जुटी
खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) आठ फरवरी को संपन्न हुए चुनाव में नेशनल असेंबली की 266 सीटों में से 101 पर पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत के बाद केंद्र, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में अपनी सरकार बनाने की योजना बना रही है। पीटीआई के उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप से चुनाव लड़ा था। क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट ‘बल्ला’ से वंचित करने संबंधी निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है।
विशेष समितियों का किया गठन
पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सरकार गठन के लिए रणनीतियां बनने की जिम्मेदारी के साथ विशेष समितियां गठित की गई हैं। पीटीआई ने बयान में नकदी संकट से जूझ रहे देश का नेतृत्व आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को सौंपने के किसी भी अनैतिक प्रयास को रोकने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इसके अलावा, पीटीआई नेताओं ने राष्ट्रपति डॉ.आरिफ अल्वी को चुनाव के दौरान कथित अनियमितताओं की जानकारी देने के लिए उनसे मुलाकात की।