इस्लामाबादः पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर पीएम शहबाज शरीफ और उनकी सरकार के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। इमरान ने जेल से ही आज अपनी पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को आज इस्लामाबाद में व्यापक विरोध प्रदर्शन का आदेश दिया था। इसके बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं इमरान खान की रिहाई को लेकर बड़े पैमाने पर इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन का ऐलान भी किया था। मगर पाकिस्तान के अधिकारियों ने इमरान खान के समर्थकों की सरकार विरोधी रैली को रोकने के लिए आज राजधानी इस्लामाबाद को पूरी तरह सील कर दिया। इसके साथ ही मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया।
पीटीआई की यह मुहिम इमरान खान की रिहाई के लिए शहबाज शरीफ पर दबाव डालने और सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए पिछले महीने से विरोध रैलियों की श्रृंखला में नवीनतम है। पीटीआई के अनुसार चुनाव में धोखाधड़ी की गई है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि इस्लामाबाद के प्रवेश और निकास बिंदुओं को अवरुद्ध करने के लिए शिपिंग कंटेनर रखे गए हैं, जहां बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात हैं। इसके साथ ही पुलिस ने धारा-144 लगाकर राजधानी में किसी भी सभा पर प्रतिबंध लगा दिया है।
गृहमंत्री ने कहा इस्लामाबाद पर हमले की योजना नहीं होगी सफल
पीटीआई की सरकार विरोधी तैयारियों को देखकर गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गुरुवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अगर कोई इस्लामाबाद पर हमले की योजना बनाता है, तो हम ऐसा नहीं होने देंगे।" उन्होंने खान की पार्टी से 15 अक्टूबर और 16 अक्टूबर को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक की मेजबानी के लिए इस्लामाबाद की तैयारियों को बाधित करने से बचने के लिए रैली को बाद की तारीखों में स्थानांतरित करने का आग्रह किया। नकवी ने कहा, "सम्मेलन से पहले मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम का दौरा हो रहा है। उनके साथ एक हाई-प्रोफाइल सऊदी प्रतिनिधिमंडल और चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग भी आएंगे।" ऐसे में "हम किसी भी अराजकता की अनुमति नहीं दे सकते।"
राजधानी में सम्मेलन से दुनिया को जाएगा बुरा संकेत
नकवी ने कहा, राजधानी में सम्मेलन से पहले कोई भी आंदोलन दुनिया को अच्छा संकेत नहीं देगा। मगर इमरान खान ने उनकी अपील को खारिज करते हुए अपने समर्थकों से बाधाओं की परवाह किए बिना संसद के बाहर इकट्ठा होने के लिए कहा। उन्होंने संसद के बाहर एक स्थान का जिक्र करते हुए शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट किया, "मैं चाहता हूं कि आप सभी शांतिपूर्ण विरोध रैली के लिए आज डी-चौक पहुंचें।" "यह युद्ध निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुका है।" भले ही खान अगस्त 2023 से जेल में हैं, मगर उनके समर्थित उम्मीदवारों ने फरवरी के आम चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीतीं।
हालांकि उनकी संख्या सरकार बनाने के लिए अपर्याप्त थी। इस्लामाबाद पुलिस ने चेतावनी दी कि वे राजधानी में शांति भंग करने का प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। किसी भी सभा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इस्लामाबाद और निकटवर्ती रावलपिंडी शहर में स्कूल बंद कर दिए गए और सेलफोन सेवाएं निलंबित कर दी गईं। साथ ही एक बाइक पर चालक के अलावा किसी दूसरी सवारी के बैठने पर भी रोक लगा दी गई है। (रायटर्स)