इस्लामाबाद: दुनिया भर में आतंक की खेती करने वाला पाकिस्तान कितना बेशर्म हो चुका है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक पाकिस्तानी महिला आतंकी की रिहाई के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। उन्होंने जो बाइडन से उस पाकिस्तानी महिला को रिहा करने का आग्रह किया है, जो आतंकवाद के जुर्म में अमेरिका में 86 साल की जेल की सजा काट रही है। सरकारी वकील ने इस्लामाबाद की एक अदालत को शुक्रवार को यह जानकारी दी। शरीफ के पत्र की एक प्रति अदालत में सौंपी गई, जो अमेरिका में प्रशिक्षित तंत्रिका तंत्र विज्ञानी आफिया सिद्दिकी की बहन की याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
पाकिस्तानी आतंकवादी आफिया को 2010 में अमेरिकी नागरिकों की हत्या का प्रयास करने सहित अन्य आरोपों में दोषी करार दिया गया था। इसके बाद से वह यहां जेल की सजा काट रही है। आफिया आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर तब शक के दायरे में आ गई थी, जब उसने अमेरिका छोड़ दिया और 11 सितंबर 2011 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमलों के स्वघोषित साजिशकर्ता खालिद शेख मोहम्मद से निकाह कर लिया। 2008 में वह अफगानिस्तान में अमेरिकी प्राधिकारियों के साथ झड़प में घायल हो गई थी। चश्मदीदों के मुताबिक, उसने अमेरिकी प्राधिकारियों पर गोली चलाई थी।
16 साल से अमेरिकी जेल में बंद है पाकिस्तानी महिला आतंकी
पीएम शरीफ की तरफ से अमेरिका को 13 अक्टूबर को भेजे पत्र की एक प्रति के मुताबिक उन्होंने बाइडन को बताया कि आफिया जेल में 16 साल की अवधि काट चुकी है। इसलिए मामले को “दया की नजर से देखा जाना चाहिए।” शरीफ ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई पाकिस्तानी अधिकारियों ने उससे राजनयिक मुलाकात की और उसे मिलने वाले उपचार को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की, जिससे उसके पहले से ही कमजोर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। पाक प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के आकलन के हवाले से लिखा कि “दरअसल, उन्हें डर है कि वह अपनी जान ले सकती है।” उन्होंने बाइडेन से आफिया की बहन की क्षमादान याचिका स्वीकार करने और मानवीय आधार पर उसकी रिहाई का आदेश देने का आग्रह किया। (भाषा)