चीन की सीमाएं दुनिया के 14 देशों के साथ लगती हैं। करीब 22 हजार किलोमीटर लंबी सीमा चीन दुनिया के इन देशों से साझा करता है। हालांकि चीन का रवैया ही ऐसा है कि उसकी किसी देश से नहीं बनती। भारत सहित उसके करीब डेढ़ दर्जन देशों के साथ बॉर्डर इश्यू हैं। चीन का विवाद हांगकांग के साथ भी है। हालांकि हांगकांग ने यह निर्णय लिया है कि वह 8 जनवरी को चीन से लगी सीमा फिर खोलना शुरू करेगा।
हांगकांग रविवार को चीन के साथ लगी अपनी सीमा को फिर से खोलना शुरू कर देगा, जिससे हर दिन हजारों लोगों को दोनों तरफ आवाजाही की अनुमति मिलेगी। शहर के नेता ने गुरुवार को बताया कि चीन की ‘शून्य कोविड’ नीति के कारण लगभग तीन वर्षों से चीन के साथ शहर की जमीनी और समुद्री सीमा चौकियां बंद थीं और जिससे देश में प्रवेश प्रतिबंधित था। सीमाओं के फिर से खुलने से हांगकांग की अर्थव्यवस्था को बहुत जरूरी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
हांगकांग की ओर से गुरुवार को घोषणा तब हुई जब चीन दुनिया के कुछ सबसे सख्त वायरस रोधी उपायों में ढील दे रहा है। चीन की सरकार ने एक बयान में कहा कि रविवार से चीन धीरे-धीरे हांगकांग और देश के बीच उड़ानों की संख्या में वृद्धि करेगा और शहर से उड़ानों के लिए यात्री संख्या की सीमा को समाप्त कर देगा।
मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'जब यात्री मुख्य भूमि (चीन) में प्रवेश करते हैं तो उन्हें अब पृथकवास से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी'। ली ने कहा कि इस कदम के पहले चरण के दौरान, चार सीमा चौकियां जो लगभग तीन वर्षों से बंद थीं वे फिर से शुरू हो जाएंगी तथा शहर में चौकियों की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी।