Highlights
- चीन और जापान पहुंचा चक्रवाती तूफान हिनामनोर
- हिनामनोर साल का सबसे शक्तिशाली तूफान है
- हिनामनोर के कारण चीन में कक्षाएं स्थगित की गईं
Hinamanor: चीन ने अपने यहां आए एक बड़े खतरे से निपटने के लिए तैयारियां करना शुरू कर दिया है। ये वो खतरा है, जिसकी चपेट में ताइवान और कोरिया भी आ सकते हैं। इस खतरे का नाम हिनामनोर है। जो एक चक्रवात है। हिनामनोर चक्रवात चीन और जापान तक पहुंच गया है। इसके प्रभाव से बचने के लिए पूर्वी चीन के शहरों में फेरी सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। इस भीषण चक्रवात का असर ताइवान और कोरिया पर भी पड़ सकता है। शंघाई ने रविवार को फेरी सेवाओं को निलंबित कर दिया और खतरे वाले क्षेत्रों से यातायात को दूर करने और बचावकर्मियों की सहायता के लिए 50 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
पूर्व में स्थित व्यवसाय केंद्र वेनझोउ में सोमवार को संचालित होने वाली सभी शैक्षिक कक्षाओं को निलंबित कर दिया गया है। हिनामनोर चक्रवात 2022 में अब तक आया सबसे शक्तिशाली समुद्री तूफान है और इसके पूर्वी चीन सागर की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान जताया गया है। जापान के ओकिनावा से लोगों को निकाला जा रहा है और उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। चक्रवात के कारण कोरियाई प्रायद्वीप में भारी बारिश होने की आशंका है। हांगकांग वेधशाला के अनुसार चक्रवात में हवा की अधिकतम गति 175 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
चीन में येलो अलर्ट जारी किया गया
चीन के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार सुबह दस बजे ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है और उत्तरपूर्वी प्रांत शिजियांग, शंघाई और ताइवान में भारी बारिश होने का अंदेशा जताया है। हिनामनोर इस साल का सबसे बड़ा चक्रवात है। चक्रवाती तूफान के कारण ताइवान और कोरिया में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। फेरी सेवाओं को रोकने के लिए शंघाई में 50 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ये पुलिसकर्मी खतरे वाले इलाकों में रेस्क्यू का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही ये वहां फंसे लोगों को रास्ता भी बता रहे हैं।
जापान में भारी बारिश आने का खतरा
खराब मौसम के कारण वानजाउ के ईस्टर्न बिजनेस हब में सभी कक्षाएं निलंबित कर दी गई हैं। जापान में तूफान की वजह से भारी बारिश और बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है। इसके साथ ही शिंजियांग, शंगाई और ताइवान में भी भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। समुद्र में जाने वाले जहाजों को तटों पर लौटने को कहा गया है। इसके अलावा लोगों से भी कहा गया है कि वह घर से बाहर निकलने से बचें। जापान के ओकिनावा और आसपास के द्वीपों पर भारी बारिश और तेज हवाओं ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक जाने वाली उड़ानों को भी रोक दिया गया है।