Israel Hamas War: इजराइल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है। जमीनी हमले भी और तेज हो गए हैं। इससे पहले हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर अचानक तीन ओर से हमला कर दिया था। बर्बरतापूर्ण तरीके से किए गए इस हमले ने क्रूरता की हदें पार कर दी थीं। इस दौरान हमास की ताकत का पता चला था कि हमास के जखीरे में भी खतरनाक हथियार हैं। जिनका उपयोग वह इजराल के लिए आगे भी कर सकता है। विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि हमास ने जो मौत का तांडव इजराइल में मचाया, वो भारी हथियारों के बिना संभव नहीं था। जानिए हमास के पास कौनसे ऐसे हथियार मौजूद हैं और कौन कौनसे देश उसे मदद कर रहे हैं?
इजराइल की आर्मी यानी आईडीएफ की ओर से गाजा पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। ब्रिटिश मीडिया ने खुलासा किया है कि हमास के पास रूस में बनी एके-47 से लेकर थर्मोबेरिक ग्रेनेड से लेकर और दो एंटी-एयरक्राफ्ट लॉन्चर्स तक मौजूद हैं। संगठन के पास हथियारों के जखीरे को देखकर ही यह समझा जा सकता है कि हमास के किस हद तक तबाही फैला सकता है।
गाजा में हमला किया तो इजराइल के हाथ लगा जखीरा
हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था उसके बाद से ही इजराइल लगातार हमले गाजा पर कर रहा है। अब तो जमीनी हमले भी गाजा के अंदर जाकर किए जाने लगे हैं। यही नहीं, दक्षिण की ओर से इजराइल की नौसेना ने भी हमले शुरू कर दिए हैं। इसी बीच गाजा पर हमास के जमीनी हमलों के दौरान आतंकियों का खात्मा करने के बाद इजराइल के हाथ हथियारों का बड़ा जखीरा लगा है।
क्या क्या मिला हमास के जखीरे में?
हथियारों में घरेलू रॉकेट, अपग्रेडेड एके-47 और सोवियत मशीन गन के अलावा कई सस्ते, नए और चोरी किए हुए हथियार तक शामिल थे। कई ऐसे एडवांस्ड हथियार थे जिनकी सप्लाई ईरान ने की तो कुछ ऐसे थे जिनका निर्माण उत्तर कोरिया में किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि हमास के पास मौजूद हथियारों का जखीरा यह बताने के लिए काफी है कि आतंकी समूह लंबे समय से इजरायल पर एक बड़े हमले की साजिश में लगा हुआ था।
जानिए हमास की पसंदीदा राइफल कौनसी?
सोवियत दौर में निर्मित 7.62 मिमी कैलिबर वाली AK-47 असॉल्ट राइफल हमास का सबसे पसंदीदा हथियार है। आतंकी इसकी मदद से कई राउंड तक गोलियों की बौछार करते रहे। इन्हें हासिल करना आसान है। इनमें से कुछ पुरानी राइफल्स हैं तो कुछ ऐसी है जिन्हें सन् 1980 के दशक के सोवियत-अफगान युद्ध के दौरान छोड़ दिया गया था। बाकी सन् 2010 के दशक में चीन, इराक या लीबिया से लाए गए मालूम पड़ते हैं। इसके अलावा एसवीडी ड्रैगुनोव ग्रू सेमी-ऑटोमैटिक 7.62 मिमी-कैलिबर स्नाइपर राइफल का प्रयोग भी हमास के आतंकी 20 किमी दूर से हमला करने के लिए प्रयोग करते हैं। ये आतंकियों की पसंदीदा है।
खतरनाक हैंड ग्रेनेड्स, मशीनगन, रॉकेट
हमास के ट्रक भारी मशीन गन एम2 ब्राउनिंग एचएमजी से लैस हैं। यह पैदल सेना, हल्के बख्तरबंद वाहनों और कम उड़ान वाले विमानों को आसानी से निशाना बना सकते हैं। हमास के पास कई ऐसे ग्रेनेड्स हैं जिन्हें कई अलग-अलग स्थितियों में प्रयोग किया जाता है। हमास ने इजरायल पर अपने चौतरफा हमले के पहले दिन में 5000 रॉकेट से अटैक किया था। हमास के पास 9 किलो वाला आरपीजी-7 रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड लॉन्चर आतंकवादियों का फेवरेट है। यह काफी सस्ता और उपयोग में आसान है। सोवियत संघ का बना यह हथियार आतंकियों के कंधे पर रहता है और एक ट्यूब से रॉकेट दागता है। यह रॉकेट आसानी से 200 से 700 मीटर की दूरी पर मौजूद इजरायली टैंकों को आसानी से तबाह कर सकता है। उत्तर कोरिया में बना नौ किलो वाला एफ-7 शोल्डर-फायरिंग लॉन्चर का उपयोग भी आतंकी करते हैं।