मीना: सऊदी अरब में रविवार को भीषण गर्मी के बीच बड़ी संख्या में हज यात्रियों ने शैतान को प्रतीकात्मक रूप से पत्थर मारने की रस्म अदा की। जॉर्डन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘पेट्रा’ के अनुसार, हज यात्रा के दौरान जॉर्डन के 14 श्रद्धालुओं की लू लगने से मृत्यु हो गई है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह सऊदी अरब में मृतकों को दफनाने या शव को जॉर्डन भेजने के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है।
यह है अंतिम रस्म
शैतान को प्रतीकात्मक रूप से पत्थर मारने की रस्म हज यात्रा के अंतिम दिनों में विश्वभर के मुस्लिमों के लिए ईद-उल-अजहा की शुरुआत का प्रतीक है। शैतान को पत्थर मारना इस्लाम के पांच स्तंभों और हज की अंतिम रस्मों में से एक है। यह रस्म पवित्र शहर मक्का के बाहर अराफात की पहाड़ी पर 18 लाख से अधिक हज यात्रियों के एकत्र होने के एक दिन बाद हुई, जहां हज यात्री हज की वार्षिक पांच दिवसीय रस्में पूरी करने आते हैं।
सऊदी अरब में पड़ रही है भीषण गर्मी
सऊदी अरब में इस वक्त भीषण गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी के बीच दुनिया भर से 18 लाख अधिक हज यात्री हज के लिए मक्का पहुंचे हैं। सऊदी अधिकारियों उम्मीद जताई थी कि इस वर्ष हज यात्रियों की संख्या 20 लाख से अधिक हो जाएगी। कोरोना महामारी के कारण तीन साल तक भारी प्रतिबंधों के बाद अब हज यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे है। पिछले वर्ष 18 लाख से अधिक लोगों ने हज किया था जो 2019 के स्तर के करीब था जब 24 लाख से अधिक लोगों ने हज किया था। (एपी)
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