Emirates AIirline: दुबई जाने वाले भारतीयों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय पैसेंजरों के लिए Emirates Airline ने बड़ी घोषणा की है। इस घोषणा से दुबई जाने वाले भारतीयों को लंबी लंबी लाइनों से छुटकारा मिल सकेगा। जानकारी के अनुसार दुबई Emirates Airline ने भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए अप्रूव्ड वीजा ऑन अराइवल का ऐलान किया है। हालांकि यह सुविधा उन्हीं भारतीय पैसेंजर्स को मिल सकेगी जो अमीरेट्स एयरलाइन में बुकिंग कराएंगे। इसके तहत 14 दिनों की अवधि के लिए सिंगल एंट्री के लिए वीजा प्राप्त होगा। इस नई पहल के बाद दुबई जाने वाले भारतीय पैसेंजर्स को लंबी लाइनों की फजीहत से छुटकारा मिल सकेगा। आवेदन दुबई वीजा प्रोसेसिंग सेंटर की ओर से पूरा किया जाता है।
दरअसल, यूएई वीजा के लिए एमिरेट्स एयरलाइन की ओर से वीएफएस ग्लोबल के साथ पार्टनरशिप की गई है। नई पहल यात्रियों को सीमा शुल्क के माध्यम से आसानी से नेविगेट करने की अनुमति देकर इस आगमन प्रक्रिया को सरल बनाएगी। इसके लिए कम से कम छह महीने के लिए पासपोर्ट का वैध होना जरूरी है। भारतीय पासपोर्ट धारकों के पास अमेरिकी वीजा या ग्रीन कार्ड होना चाहिए या यूरोपीय यूनियन या यूके की रेजीडेंसी जो कम से कम छह महीने के लिए वैध हो।
इतना देना रहेगा चार्ज
पात्र यात्रियों को 2017 से यूएई के हवाई अड्डों पर वीजा ऑन अराइवल की सुविधा मिल रही है। उड़ान से उतरने के बाद आमतौर पर इमीग्रेशन काउंटर पर पासपोर्ट पर वीजा की मुहर लगाई जाती है। नई सुविधा में अमीरात के ग्राहक वीजा की पहले से व्यवस्था कर सकते हैं। इससे उनके आगमन की सुविधा आसान हो जाएगी। एमिरेट्स की ओर से शुरू की गई इस पहल की लागत 47 डॉलर (3894 रुपए) और सेवा शुल्क 18.50 डॉलर (1533 रुपए) है।
यूएई की इकोनॉमी में टूरिज्म इंडस्ट्री 66 फीसदी हिस्सेदारी
यूएई के पास तेल है। लेकिन उसने अपनी अर्थव्यवस्था में टूरिज्म को बढ़ावा दिया है। दुबई मध्य पूर्व में पांचवां सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन 66 फीसदी हिस्सेदारी रखता है। भारतीयों को यहां जाने के लिए वीजा की जरूरत होती है। पर्यटन या व्यावसायिक उद्देश्य से दुबई जाने के लिए 30 या 90 दिनों का टूरिस्ट वीजा अप्लाई किया जा सकता है।