संयुक्त राष्ट्र: यूनाइटेड नेशंस ने कहा है कि इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के 3 महीने बाद गाजा के हालात इतने ज्यादा खराब हो गए हैं कि यह जगह अब रहने लायक नहीं बची है। UN के मानवीय मामलों के अवर सचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने शुक्रवार को यह बात कही और साथ ही चेतावनी दी कि गाजा में भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है तथा वहां महामारी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। बता दें कि इजरायल में हमास के आतंकवादियों द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इजरायली सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में अब तक 20 हजार से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
‘कई परिवार खुले में सोने को मजबूर’
इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई के के विनाशकारी प्रभावों का आकलन करते हुए ग्रिफिथ्स ने कहा कि गाजा के 23 लाख लोग ‘रोजाना अपने अस्तित्व के लिए पैदा हो रहे खतरों’ का सामना करते हैं जबकि दुनिया सिर्फ देखती रहती है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे गए हैं अथवा घायल हुए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। अधिकारी ने कहा कि गाजा में तापमान में गिरावट के बीच कई परिवार खुले में सोने को मजबूर हैं, और जिन क्षेत्रों में फिलिस्तीनियों को जाने के लिए कहा गया था, उन क्षेत्रों पर भी बमबारी की गई है।
‘कुछ अस्पतालों में काफी ज्यादा मरीज’
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, ‘गाजा में लोग खाद्य असुरक्षा के अब तक के उच्चतम स्तर का सामना कर रहे हैं और भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। गाजा अब रहने लायक नहीं रह गया है।’ उन्होंने कहा कि गाजा में आंशिक रूप से सक्रिय कुछ अस्पतालों में मरीजों की तादाद काफी अधिक है और चिकित्सा सामग्री तथा दवाइयों की सप्लाई पर काफी बुरा असर पड़ा है। इस बीच अस्पतालों पर लगातार हमले हो रहे हैं और संक्रामक रोग फैल रहे हैं। इस अराजकता के बीच लगभग 180 फिलिस्तीनी महिलाएं प्रतिदिन प्रसव पीड़ा से गुजरती हैं।
‘गाजा के 85 फीसदी लोग विस्थापित हुए’
ग्रिफिथ्स ने युद्ध को तुरंत खत्म करने और सभी बंधकों की रिहाई के लिए UN की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह समय है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस लड़ाई को समाप्त कराने के लिए हरसंभव प्रयास करे। इजरायल-हमास युद्ध की वजह से पहले ही गाजा की 23 लाख आबादी का 85 फीसदी हिस्सा विस्थापित हो चुका है, जिससे क्षेत्र का उत्तरी इलाका वीरान हो गया है। इजरायल के हवाई और जमीनी हमले बढ़ने के कारण दक्षिण में भी विस्थापन का खतरा बढ़ गया है। फिलिस्तीनी नागरिकों को अब कोई भी जगह सुरक्षित नहीं लग रही है।
हमास ने की थी 1200 इजरायलियों की हत्या
बता दें कि इजरायल में 7 अक्टूबर के हमले में हमास ने करीब 1200 लोगों की हत्या करने के अलावा लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया था। इजरायल ने तब तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि हमास को गाजा में समाप्त नहीं कर दिया जाता और सत्ता से हटा नहीं दिया जाता तथा सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लिया जाता। इजरायल ने सीजफायर की अंतरराष्ट्रीय अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि ऐसा करना हमास की जीत कहलाएगा।