G-20 Summit in kashmir: जम्मू कश्मीर में जी-20 की अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक को लेकर कड़ी सुरक्षा निगरानी रखी जा रही है। इसी बीच खबर है कि पाकिस्तान के दोस्त् चीन और तुर्की कश्मीर में होने वाली जी-20 की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला कर सकते हैं। इन देशों ने जम्मू कश्मीर में होने वाली जी-20 की बैठक में हिस्सा न लेने का निर्णय अपने दोस्त पाकिस्तान की कश्मीर में जी-20 बैठक कराने को लेकर आपत्ति के बाद लिया है।
भारत ने तुर्की में आए भूकंप के बाद सबसे पहले तत्परता के साथ तुर्की के लिए बड़ी मदद भेजी। इसके बावजूद तुर्की लगातार कश्मीर पर भारत की आलोचना और पाकिस्तान का समर्थन् करता है। यही नहीं, तुर्की तो कई बार संयुक्त राष्ट्र में भी कश्मीर के मुद्दे को उठा चुका है। तुर्की हमेशा कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ खड़ा रहकर समर्थन करता है। वहीं दूसरी ओर चीन, जिसने कश्मीर का एक बड़ा इलाका अवैध रूप से कब्जा रखा है। यह चीन भी कश्मीर में होने वाले जी-20 सम्मेलन से किनारा कर रहा है। क्योंकि इसी कश्मीर में गलवान घाटी में चीन के साथ 2020 में हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे और 38 चीनी सैनिकों की बुरी मौत हुई थी। ऐसे में तुर्की और चीन दोनों अपने अपने कारणों से कश्मीर में होने वाली जी-20 शिखर बैठक से किनारा कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने जताई थी आपत्ति, भारत ने दिया था दो टूक जवाब
उधर, पाकिस्तान ने जी-20 की बैठक कश्मीर में आयोजित करने पर आपत्ति जताई थी और इसे गैर जिम्मेदाराना बताया था। हालांकि भारत ने पाक की आपत्तियों को सिरे से खारिज कर दिया था। भारत ने दो टूक कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भारत सरकार ने कहा है कि इस साल सितंबर में दिल्ली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस तरह के आयोजन किए जा रहे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मुस्लिम देश इंडोनेशिया जी-20 की समिट में भाग लेगा या नहीं। वैसे रिपोर्ट में कहा गया है कि इन देशों का प्रतिनिधित्व भारत में उनके संबंधित दूतावासों के राजनयिकों द्वारा किया जाएगा।
जी-20 की समिट के बीच बढ़ाई गई सुरक्षा निगरानी
इस बीच, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के कारण जी20 शिखर सम्मेलन से पहले क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस साल अब तक हुए चार हमलों में 10 सैनिक और 7 नागरिक मारे गए हैं। श्रीनगर की डल झील में भारतीय नौसेना के मरीन कमांडो स्पीड बोट से गश्त कर रहे हैं। वहीं, काउंटर इंसर्जेंसी में माहिर ब्लैक कैट कमांडो श्रीनगर के लाल चौक के इलाके में तैनात हैं।