बीजिंगः चीन के पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू भ्रष्टाचार के आरोपों में नप गए हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शांगफू पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि जिनपिंग के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ने भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इतना ही नहीं कम्युनिस्ट पार्टी ने उनके खिलाफ अभियोजन की कार्यवाही शुरू कर दी गई। इससे शांगफू अब मुश्किल में पड़ गए हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के नेतृत्व ने बृहस्पतिवार को पार्टी अनुशासन व कानून के घोर उल्लंघन के लिए 66 वर्षीय ली को निष्कासित करने का फैसला किया। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अत्यंत महत्वपूर्ण रॉकेट (मिसाइल) बल के प्रमुख रहे ली पिछले वर्ष लापता हो गए थे, जिसके बाद यह अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार व अनुशासनहीनता की जांच की जा रही है। शी ने खुद ली को रक्षा मंत्री नियुक्त किया था।
स्टेट काउंसलर रह चुके है शांगफू
ली शांगफू पहले स्टेट काउंसलर (पार्टी में शीर्ष पद) और केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के सदस्य के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। सीएमसी शी की अध्यक्षता वाली पीएलए की एक उच्च कमान है। साल 2012 में शी (71) के सत्ता पर आसीन होने के बाद से ली समेत पीएलए के दर्जनों जनरलों को भ्रष्टाचार के लिए या तो बर्खास्त या फिर दंडित किया गया है। सीएमसी की अनुशासनात्मक और पर्यवेक्षी एजेंसी ने 31 अगस्त, 2023 को ली के खिलाफ जांच शुरू की थी। जांच परिणामों के अनुसार, ली ने राजनीतिक और संगठनात्मक अनुशासन का घोर उल्लंघन किया। (भाषा)
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