जकार्ता: ब्राजील के बाद इंडोनेशिया में भी भीषण बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 14 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्थानीय बचाव एजेंसी के प्रमुख मेक्सियनस बेकाबेल ने बताया कि दक्षिण सुलावेसी प्रांत के लुवु जिले में बृहस्पतिवार से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ।
इंडोनेशिया में अब तक बाढ़ से 13 उप-जिले प्रभावित हुए हैं। क्षेत्र में अधिकतर जगह पानी और कीचड़ नजर आ रहा है।बारिश के कारण 1,000 से अधिक घर प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 42 तहस-नहस हो गए हैं। एक खोज और बचाव दल ने रबड़ की नौकाओं और अन्य वाहनों का उपयोग करके निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहरी ने शनिवार को कहा कि 100 से अधिक निवासियों को प्रभावित क्षेत्र के बाहर मस्जिदों या उनके रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया है। (एपी)
ब्राजील में अब तक 37 मौतें
ब्राजील में इंडोनेशिया से भी ज्यादा बड़ा भूस्खलन हुआ है। यहां भीषण बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते दक्षिणी राज्य रियो ग्रांडे डो सुल में 37 लोगों की मौत हो चुकी है। क्षेत्रीय गवर्नर इसे अब तक की सबसे विनाशकारी बारिश और भूस्खलन बता रहे हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, आपदा की वजह से मरने वालों की संख्या 37 पहुंच गई है और 74 लोगों के लापता होने की बात सामने आई है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। राज्य में बारिश और भूस्खलन ने लोगों की नींद उड़ा दी है। ढहे हुए घरों, पुलों और सड़कों के मलबे के बीच फंसे जीवित बचे लोगों का पता लगाने के लिए आपातकालीन अभियान शुरू किया गया है।
बचाव अभियान जारी है और मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। हालात को देखते हुए गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने इमरजेंसी की स्थिति घोषित कर दी है। राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने प्रभावित क्षेत्र को पूर्ण समर्थन देने का वादा किया है और आश्वासन दिया है कि भीषण मौसम की स्थिति के कारण होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए मानवीय या भौतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी।