Highlights
- जियांग्शी के 55 प्रांत में बारिश-बाढ़ से 5 लाख लोग प्रभावित
- पोयांग झील में पानी बढ़ा, तो आएगी बाढ़
- कई नदियां उफान पर, रेड अलर्ट जारी
Flood in China: कोरोना के कहर से चीन अभी उबरा नहीं कि अब यहां प्राकृतिक आपदा से आफत आई हुई है। यहां भारी बारिश के कारण जियांग्शी के 55 प्रांतों में बाढ़ के बुरे हालात हैं। जियांग्शी प्रांत में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बहुत खराब हो गए हैं। जियांग्शी के 55 प्रांत में बारिश-बाढ़ से 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 43,300 हेक्टेयर फसल बारिश की वजह से बर्बाद हो गई है। हालांकि फिलहाल बारिश रुक गई है, लेकिन मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि जियांग्शी प्रांत में फिर भारी बारिश हो सकती है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से जियांग्शी के कई इलाकों में जलभराव और जियोलॉजिकल आपदाओं का खतरा मंडरा रहा है।
कई नदियां उफान पर, रेड अलर्ट जारी
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस प्राकृतिक आपदा यानी बाढ़ के कारण करीब 7 करोड़ डॉलर का नुकसान सीधे तौर पर हुआ है। वहीं चीन के कई बारिश वाले इलाकों में नदियां उफान पर हैं। यांग्त्जे नदी के बेसिन की तरफ मानसून के बढ़ने से इस नदी का जलस्तर बढ़ने का खतरा है। चीन में बने हाइड्रोलॉजिकल स्टेशनों ने जलस्तर के बढ़ने को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।
जियांग्शी में 40 करोड़ डॉलर की क्षति का आंकलन
जियांग्शी बाढ़ की वजह से प्रांत को करीब 40 करोड़ डॉलर के आर्थिक नुकसान की आशंका है। यहां हालात इतने बुरे हैं कि बड़े पैमाने पर लोगों को यहां से निकाला जा रहा है। इस इलाके से अब तक लगभग 83,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक 28 मई से हो रही मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने सूबे के 80 प्रांतों में कहर बरपा रखा है।
पोयांग झील में पानी बढ़ा, तो आएगी बाढ़
पोयांग झील और बढ़ने का खतरा भी बरकरार है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि कि आने वाले 4 दिनों में चीन के मीठे पानी की सबसे बड़ी पोयांग झील में पानी का स्तर और बढ़ेगा। हालात यह हैं कि पानी का यह खतरे के निशान से भी 0.4 मीटर ऊपर तक बढ़ सकता है, इस वजह से इलाके में बाढ़ आ सकती है।
बाढ़, जलभराव से आपदा का खतरा
बाढ़ के कारण कई इलाकों में भूस्खलन और जलभराव का खतरा भी मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि जियांग्शी के इलाकों में बाढ़, लैंडस्लाइड, जलभराव और जियोलॉजिकल आपदाओं का खतरा पैदा हो सकता है। अधिकारियों ने मौसम परिवर्तन और बाढ़ नियंत्रण के लिए हाई लेवल निगरानी की मांग की है। हालांकि इस इलाके से अब तक 83 हजार लोगों को निकाल लिया गया है। आगे अभी और बारिश का अनुमान है।