इस्लामाबाद/लाहौरः पाकिस्तान में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने भयंकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इमरान खान के निर्देश पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जेल में बंद अपने सभी नेताओं को छुड़ाने के लिए सड़क पर बिगुल बजा दिया है। इससे सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। पाकिस्तान की राजधानी को छोड़कर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने पूरे देश में प्रदर्शन किया, जहां शुक्रवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग बढ़े हुए बिजली बिल का विरोध कर रहे थे और पूर्व प्रधानमंत्री की जेल से रिहाई की मांग कर रहे थे।
सरकार द्वारा इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और प्रशासन को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति देने का आदेश देने का आग्रह किया। अदालत ने दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। सरकार द्वारा जनसभाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद मुख्य विपक्षी दल पीटीआई राष्ट्रीय राजधानी में अपना बहुप्रचारित विरोध प्रदर्शन नहीं कर सका। हालांकि, इसकी सहयोगी दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) ने प्रतिबंध का उल्लंघन कर रैली की और दावा किया कि पुलिस ने उसके कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
इमरान खान और अन्य नेताओं की रिहाई की मांग
लाहौर में पंजाब प्रांत की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने दोनों दलों के 150 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। खान (71) पिछले साल अगस्त से कई मामलों में रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। इस्लामाबाद में पीटीआई ने इमरान खान और अन्य गिरफ्तार पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी, जिसमें कहा गया था कि वह राजधानी में नेशनल प्रेस क्लब के सामने रैली करेगी। जेआई ने बिजली की बढ़ी हुई दरों और अन्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के खिलाफ संसद भवन के सामने एफ-चौक पर धरना देने की योजना बनाई थी। (भाषा)
यह भी पढ़ें
आप जानकर रह जाएंगे हैरान, पाकिस्तान नहीं...अब लंदन से चुनाव लड़ेंगे पूर्व पीएम इमरान