Pakistan-Turkey: कंगाल पाकिस्तान की माली हालत इतनी खराब हो गई है कि इस देश में आने वाली एयरलाइंस को भी घाटा उठाना पड़ रहा है। घोर कंगाली से गुजर रहे देश भी अब उससे किनारा करने लगे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान के दोस्त तुर्की से मात्र एक यात्री सफर करके पाकिस्तान आया है। दरअसल, पाकिस्तान की कंगाली का असर देश में आने वाली फ्लाइटस पर भी नजर आने लगा है। इस आर्थिक संकट की वजह से देश में आने वाली फ्लाइट्स भी पूरी तरह से खाली हैं। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान से तुर्की जाने वाली फ्लाइट भरी हुई जाती है। यानी कि लोग पाकिस्तान से बाहर तो जाना चाहते हैं, लेकिन यहां नहीं आना चाहते।
इसी हालत को बयां करते हुए पाकिस्तान के शाबाहत अली शाह ने एक फोटो ट्वीट की है जिसके बाद देश की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। कुछ ही दिन पहले वॉर्निंग दी गई थी कि देश की स्थिति इतनी खराब है विदेशी एयरलाइंस को काफी संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। लगता है कि अब यह चेतावनी हकीकत में तब्दील हो गई है।
वापसी में फ्लाइट पूरी बुक
शाबाहत अली शाह पाकिस्तान के नेशनल इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बोर्ड के सीईओ और चेयरमैन हैं। उनकी एक फोटोग्राफ के बाद ट्विटर पर चर्चा शुरू हो गई है। अली शाह तुर्की के इस्तांबुल से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद का सफर कर रहे थे। लेकिन जिस फ्लाइट से वह आ रहे थे, वह पूरी खाली थी। अली शाह ने फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इस्तांबुल से इस्लामाबाद की खाली फ्लाइट। केबिन में सिर्फ मैं ही अकेला हूं। यही फ्लाइट एक साल पहले तक फुल रहती थी और यहां तक कि वेट लिस्ट में भी जगह नहीं मिलती थी।
वही एक और ट्वीट के जवाब में अली शाह ने बताया कि फ्लाइट अटेंडेंट्स ने उन्हें जानकारी दी है कि यही फ्लाइट पूरी तरह से फुल होकर इस्तानबुल वापस लौटेगी। इसके बाद उन्हें कुछ लोगों ने रिप्लाई में लिखा कि ऐसा लगता है लोग पाकिस्तान से बाहर तो जाना चाहते हैं मगर इस देश में वापस नहीं आना चाहते हैं।
आईएटीए ने दी वॉर्निंग
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की तरफ से कहा गया कि कुछ दिनों पहले ही यह चेतावनी दी गई थी कि कर्ज के बोझ तले पाकिस्तान में विदेशी एयरलाइंस के लिए आने वाला समय काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। संगठन की मानें तो 290 मिलियन डॉलर देश के अलग-अलग हिस्से में फंसे हुए हैं। यह आंकड़ा दिसंबर 2021 की तुलना में तीन गुना ज्यादा था। एसोसिएशन की तरफ से कहा गया था कि नाइजीरिया के बाद पाकिस्तान दूसरा देश था जहां बड़ी मात्रा में विदेशी रकम फंसी हुई है। आईएटीए के एशिया पैसेफिक हेड फिलिप गोह के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एयरलाइंस को अपने फंड वापस हासिल करने से पहले देरी का सामना करना पड़ रहा है।