तेहरान: ईरानी कुद्स फोर्स के ब्रिगेडियर-जनरल इस्माइल कानी के लापता होने की खबर सामने आई है। इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। उनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें आखिरी बार हिजबुल्लाह के तेहरान ऑफिस में देखा गया था। बीते दिनों बेरूत में इजरायली स्ट्राइक के बाद से उनका कोई पता नहीं लग रहा है। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में ये बातें सामने आई हैं।
सुलेमानी की मौत के बाद कानी ने ली थी उनकी जगह
इस्माइल कानी को ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामनेई का राइट हैंड माना जाता है। एयर स्ट्राइक में ईरान के सबसे ताकतवर नेता रहे कासिम सुलेमानी की मौत के बाद इस्माइल कानी ने उनकी जगह ली थी। इजरायली मीडिया उनके बारे में अंदेशा लगा रही है कि वह इजरायल के हवाई हमले में घायल हो सकते हैं, वहीं कई मीडिया हाउस उनकी मौत की संभावना पर भी बात कर रहे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से किसी तरह की पुष्टि नहीं हुई है।
साल 2020 में कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद कानी को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया था और वह ईरान की सैन्य रणनीति बनाने वालों में से एक रहे हैं। कानी के लापता होने से ईरान में तनाव बढ़ सकता है।
गुरुवार से कोई संपर्क नहीं हुआ
न्यूयार्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के शीर्ष अधिकारियों को भी इस बात की खबर नहीं है कि इस्माइल कानी कहां हैं और उनके साथ क्या घटित हुआ है। गुरुवार से उससे किसी तरह का संपर्क नहीं हुआ है। इस्माइल कानी कितना अहम है, इस बात का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि वह लेबनान में हिजबुल्लाह को हर तरह से सपोर्ट कर रहा था।
जानकार मानते हैं कि अगर कानी मारा जाता है तो ईरान की ताकत पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा क्योंकि कानी ईरान के लिए काफी अहम हैं। इजरायल पर हमला करने से लेकर हिजबुल्लाह और हमास को सपोर्ट करने और उन्हें हथियार मुहैया कराने तक में इस्माइल की भूमिका अहम रही है।
कहा जाता है कि अयातुल्लाह खामनेई अपने निर्देशों को इस्माइल कानी के जरिए दिलवाता था और कानी ही यमन में हूती और इराकी मिलिशिया के अलावा मिडिल ईस्ट में आतंकी समूहों से बात करता है।