पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। दोबारा उनकी गिरफ्तारी का आदेश हुआ है। इस बार पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इस्लामाबाद पुलिस को इमरान खान को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पुलिस को कहा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर आज मंगलवार को उसके समक्ष पेश करे। इस आदेश से इमरान के साथ ही साथ पुलिस और सरकार के लिए भी चुनौती बढ़ गई है। बता दें कि निर्वाचन आयोग ने अपनी अवमानना से जुड़े एक मामले में यह आदेश दिया है।
दरअसल पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) सुनवाई से खान की लगातार अनुपस्थिति से नाराज था और उसने अवमानना मामले में पेश नहीं होने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख को गिरफ्तार करने का इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) को निर्देश दिया। ईसीपी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयोग के खिलाफ कथित तौर पर ‘‘अमर्यादित’’ भाषा का इस्तेमाल करने के लिए पिछले साल खान (70) और उनकी पार्टी के पूर्व नेताओं असद उमर और फवाद चौधरी के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू की थी।
इमरान के खिलाफ गैर जमानती वारंट
ईसीपी के सदस्य निसार दुर्रानी की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने 11 जुलाई को पिछली सुनवाई में उमर को राहत देने के साथ-साथ इमरान खान और फवाद चौधरी के लिए गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पीठ ने सुनवाई के लिए 25 जुलाई की तारीख निर्धारित की थी। नवीनतम आदेश में ईसीपी ने कहा कि 16 जनवरी और दो मार्च को खान के लिए नोटिस और जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद भी वह ईसीपी के सामने पेश होने में विफल रहे थे। इसलिए अब उन्हें गिरफ्तार करके निर्वाचन आयोग के सामने पेश किया जाए।