Earthquake: अफगानिस्तान में भूकंप आने का सिलसिला जारी है। पिछले कुछ दिनों में आये भूकंप के झटकों की वजह से अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। अफगानी नागरिक एक भूकंप से झटके से उबर नहीं पाते हैं कि फिर से भूकंप के झटके महसूस होने लगते हैं। इसी क्रम में गुरूवार रात भारतीय समयानुसार 01:09 पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इन झटकों की तीव्रता 4.3 दर्ज की गई।
सात अक्टूबर को आया था विनाशकारी भूकंप
बता दें कि सात अक्टूबर को, हेरात के उसी हिस्से में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ था। उसके बाद से भूकंप के और आठ शक्तिशाली झटके आए, जिससे कई ग्रामीण घर गिर गए और 1,000 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इसके कुछ दिनों के बाद, जब हजारों भयभीत निवासी बिना आश्रय के रह गए और स्वयंसेवक जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे थे, उसी तीव्रता के एक और झटके ने एक व्यक्ति की जान ले ली और 130 अन्य घायल हो गए। यूनिसेफ ने बुधवार को कहा कि भूकंप में मरने वालों में 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता का संबंध?
- 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
- 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
- 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
- 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
- 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
- 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।