Iran News: शिया बहुल देश ईरान में दवा तस्करी के मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग दवाओं की तस्करी किया करते थे। साथ ही वित्तीय गड़बड़ियां करने का आरोप भी इन पर लगा है। इस आरोप में बहाई धर्म के 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईरान में बहाई धर्म प्रतिबंधित है। मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी। सरकारी समाचार पत्र ‘ईरान’ ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अधिकतर लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। इसने अपनी खबर में कहा है कि ये लोग दर्जनों फार्मेसी के नेटवर्क के जरिए दवाओं की तस्करी करते थे। समाचार पत्र के अनुसार, इन लोगों ने ग्राहकों को इन फार्मेसी में भेजने के लिए चिकित्सकों को रिश्वत दी और वे धनशोधन एवं कर चोरी के मामलों में भी शामिल थे।
ईरान में प्रतिबंधित है बहाई धर्म
ईरान में बहाई धर्म पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसकी स्थापना 1860 के दशक में एक फारसी कुलीन बहाउल्लाह ने की थी। इन्हें उनके अनुयायी पैगंबर मानते हैं। ईरान में जासूसी करने एवं सुरक्षा संबंधी आरोपों में इस धर्म के लोगों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ मुकदमे चलाने की घटनाएं आम हैं। मुसलमान पैगंबर मोहम्मद को सर्वोच्च एवं अंतिम पैगंबर मानते हैं।
ईरान में मस्जिद पर हुआ हमला
उधर, ईरान में ही मस्जिद पर हमले का मामला सामने आया है। इससे पहले भी ईरान में मस्जिद पर हमला हुआ था। बता दें कि ईरान के दक्षिण शहर शिराज में पवित्र शाह चिराग मस्जिद पर हमला हुआ। एक साल से कम समय के अंदर इस दूसरे हमले ने हर किसी को चौंका दिया है। यह शिया मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र जगह है। बताया जा रह है कि रविवार रात एक बंदूकधारी ने यहां पर गोलीबारी की शिया मुस्लिमों की सबसे पवित्र जगह पर यह हमला हुआ है। इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई है। वहीं 8 लोग घायल हो गए। हमला ईरान में फारस प्रांत की राजधानी की मस्जिद में हुआ। हालांकि हमला किसा मंशा से किया गया है, ऐसी कोई जानकारी अधिकारियों की ओर से अभी नहीं आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शाह चिराग शिया अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है।