Drone Attack Myanmar : म्यांमार से भाग रहे रोहिंग्याओं पर ड्रोन अटैक में कई दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर है। मरनेवालों वालों कई फैमिली और बच्चे शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ लोग शवों के ढेर के बीच अपने रिश्तेदारों की पहचान के लिए भटकते रहे। चश्मदीदों ने बताया कि लोग अपनों की तलाश के लिए लाशों के ढेर को उलटते-पलटते दिखे।
बांग्लादेश से लगती सीमा पर हुआ ड्रोन अटैक
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने कुछ चश्मदीदों के बयान के आधार पर बताया कि रोहिंग्याओं पर ड्रोन अटैक पड़ोसी देश बांग्लादेश से लगती सीमा पर हुआ। यह हमला म्यांमार के रखाइन प्रांत में हुआ। इसे अब तक का सबसे बड़ा और खतरनाक हमला माना जा रहा है। इस हमले में एक गर्भवती महिला और उसकी दो साल की बेटी की भी मौत हो गई है। वहीं इस हमले के लिए म्यांमार की सेना और मिलिशिया ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। यह हमला उस वक्त हुआ जब रोहिंग्याओं का जत्था बांग्लादेश बॉर्डर के पार जाने का इंतजार कर रहा था।
कीचड़ भरे मैदान में शवों के ढेर
रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया में पोस्ट किए गए सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में कीचड़ भरे मैदान में शवों के ढेर दिखाई दे रहे थे। लोगों के सूटकेस और बैकपैक्स उनके चारों ओर बिखरे हुए थे। हमले में जिंदा बचे तीन लोगों ने कहा कि करीब 200 लोगों की मौत हुई है जबकि घटना के बाद के एक गवाह ने कहा कि उसने कम से कम 70 शव देखे। रॉयटर्स के मुताबिक यह हमला म्यांमार के तटीय शहर माउंडगडा के ठीक बाहर हुआ।
बॉर्डर पार करने के लिए जमा हुए थे लोग
रॉयटर्स इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई कि वीडियो किस तारीख को फिल्माए गए थे।इस हमले के एक गवाह, 35 वर्षीय मोहम्मद इलियास ने कहा कि हमले में उनकी गर्भवती पत्नी और 2 वर्षीय बेटी घायल हो गईं और बाद में उनकी मौत हो गई। इलियास ने बांग्लादेश के एक शरणार्थी शिविर से रॉयटर्स को बताया कि जब ड्रोन ने भीड़ पर हमला करना शुरू किया तो वह उनके साथ बॉर्डर पर खड़ा था।
गोलाबारी की गगनभेदी आवाज़
उन्होंने बताया, "मैंने कई बार गोलाबारी की गगनभेदी आवाज़ सुनी।" इलियास ने कहा कि वह खुद को बचाने के लिए ज़मीन पर लेट गया और जब वह उठा, तो उसने देखा कि उसकी पत्नी और बेटी गंभीर रूप से घायल हैं और उसके कई अन्य रिश्तेदार मर चुके हैं। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी शमसुद्दीन ने कहा कि वह अपनी पत्नी और नवजात बेटे के साथ बच गया। उसने कहा कि हमले के बाद कई लोग मृत पड़े थे और कुछ लोग अपने गहरे जख्मों के चलते दर्द से चिल्ला रहे थे। (इनपुट-रॉयटर्स)