China Now Forecast Space Weather: अंतरिक्ष की दुनिया में चीन लगातार कामयाबी के शिखर को चूम रहा है। कई मायनों में चीन अब अमेरिका को भी पीछे छोड़ चुका है। अंतरिक्ष में चीन के बुलंदियों से अमेरिका की चिंताएं बढ़ गई हैं। अब ड्रैग ने दुनिया का ऐसा पहला सोलर टेलीस्कोप बनाया है, जिससे वह सूर्य के अंदर होने वाली समस्त गतिविधियों का पता लगा सकेगा। इससे अब अंतरिक्ष के मौसम की भविष्यवाणी करना भी संभव हो जाएगा। इस टेलीस्कोप के जरिये अब चीन ब्रह्मांड से लेकर पूरे विश्व की जासूसी कर सकेगा और उस पर निगरानी रख सकेगा।
चीन से पहले दुनिया के किसी भी देश के पास ऐसी टेलीस्कोप नहीं है, जो अंगारे उगलते सूरज के अंदर देख सके, लेकिन चीन ने यह करिश्मा करके पूरे विश्व को हैरत में डाल दिया है। चीन ने करीब सवा तीन किलोमीटर की परिधि में एक बड़ा टेलीस्कोप बनाया है। इसमें 300 से अधिक डिशों का इस्तेमाल किया गया है। इसके जरिये वह सूरज के व्यवहार में होने वाले हर परिवर्तन की पूर्व जानकारी दे सकेगा। सूर्य में परिवर्तन का धरती पर पड़ने वाले असर के बारे में भी भविष्यवाणी कर सकेगा। साथ ही साथ अंतरिक्ष के मौसम का पूरा हाल बता सकेगा।
चीन की कामयाबी दुनिया के लिए खतरे की घंटी
दुनिया का पहला सोलर टेलीस्कोप बनाकर चीन ने अब पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। अब चीन अमेरिका, जापान और ब्रिटेन से लेकर विश्व के किसी देश की जासूसी कर सकेगा। साथ ही वह सूरज और ब्रह्मांड की वस्तुओं को देख सकेगा। चीन ने इसके लिए दक्षिण प्रांत के सिचुआन में सोलर रेडियो टेलीस्कोप बनाया है। इसके जरिये वह सोलर तूफानों और कोरोनल मास इजेक्शन की निगरानी पर कर सकेगा। कोरोनल मास इजेक्शन सूर्य की सतह से होने वाले भीषण विस्फोटों को कहा जाता है। इससे अंतरिक्ष में प्रति घंटे की रफ्तार से कई मिलियन मील जले हुए पदार्थ बाहर निकलते हैं। यह अंतरिक्ष के विभिन्न मिशनों में बाधा डाल सकते हैं। साथ ही यह धरती की ओर आने पर पॉवर ग्रिड से लेकर टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम तक को फेल कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये पदार्थ अंतरिक्ष में चक्कर काटते सैटेलाइटों और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भी बड़ा खतरा बन सकते हैं। मगर अब चीन इसकी भी पूर्व भविष्यवाणी कर सकेगा।
अंतरिक्ष के मौसम सोलर तूफानों की भविष्यवाणी करना हुआ आसान
सोलर टेलीस्कोप को बनाने वाले चीनी साइंटिस्ट वूलिन ने कहा कि अब हम यह बता सकेंगे कि कोई सौर तूफान धरती तक आएगा या नहीं। यह चीन की बड़ी कामयाबी है। यह टेलीस्कोप जून 2023 से काम करने लगेगा। उन्होंने कहा कि चीन अब पहले ही इसकी भविष्यवाणी कर सकेगा। जबकि विश्व के अन्य किसी भी देश में यह क्षमता अभी तक नहीं है। अंतरिक्ष के मौसम की भविष्यवाणी करने की क्षमता होने के चलते अब उपग्रहों का संचालन काफी आसान हो जाएगा।