Highlights
- बीमारी के चलते नेपाल सरकार काफी चिंतित
- एहतियात के तौर पर स्ट्रीट फूड बेचने पर रोक
- इससे पहले ललितपुर में स्ट्रीट फूड बैन हुआ था
Disease Outbreak: कोरोना के बाद अब इस बीमारी ने नेपाल में आफत खड़ी कर दी है। इस बीमारी के चलते नेपाल सरकार काफी चिंतित है क्योंकि दिन प्रति दिन यह बीमारी विकराल रूप धारण कर रही है। नेपाल के कई शहरों में इस बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। इससे बचने के लिए नेपाल सरकार ने इस शहर में एहतियात के तौर पर स्ट्रीट फूड बेचने पर रोक लगा दिया है।
दरअसल, नेपाल के राजधानी में हैजा के प्रसार को रोकने की कवायद के तहत काठमांडू घाटी में रेहड़ी-पटरी पर खाने-पीने का सामान (स्ट्रीट फूड) बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। काठमांडू मेट्रोपोलिटन सिटी (केएमसी) द्वारा स्ट्रीट फूड की बिक्री पर प्रतिबंध का फैसला तब लिया गया है जब इलाके में रविवार के बाद से अब तक हैजा के 12 मरीज सामने आए हैं।
ललितपुर में भी स्ट्रीट फूड बैन हो चुका है
महानगर के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख बलराज त्रिपाठी ने कहा, ‘‘काठमांडू में हैजा के मरीजों की संख्या बढ़ने पर कुछ समय के लिए खाद्य पदार्थ की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी गई है।’’ केएमसी ने आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। गत सप्ताह ललितपुर मेट्रोपोलिटन सिटी ने महानगर में पानी पूरी की बिक्री और वितरण पर रोक लगाने का फैसला किया था और उसने दावा किया कि पानी पूरी में इस्तेमाल होने वाले पानी में हैजे का बैक्टीरिया पाया गया है। केएमसी ने खाद्य प्रौद्योगिकी एवं गुणवत्ता नियंत्रण विभाग से शहरभर के होटलों तथा रेस्त्रां में भोजन संबंधी स्वच्छता की जांच करने का भी अनुरोध किया है।
दूषित जल के जरिए फैलता है यह बीमारी
त्रिपाठी ने कहा कि ‘‘काठमांडू उपात्यक खानेपानी लिमिटेड’’ से पानी की पाइपलाइन और सीवर व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने का अनुरोध किया गया है। केएमसी ने शहरी स्वास्थ्य केंद्रों को ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट और पानी को शुद्ध करने वाली गोलियों की किसी भी संभावित कमी से निपटने के लिए तैयार रहने का भी निर्देश दिया है। हैजा एक जीवाणु रोग है जो आमतौर पर दूषित जल के जरिए फैलता है। इस बीमारी से गंभीर डायरिया और निर्जलीकरण होता है। उपचार न मिलने पर यह कुछ घंटों के भीतर ही जानलेवा भी साबित हो सकता है।