Highlights
- वर्ष 2020 से भारत और चीन के बीच बंद है सीधी उड़ान
- गलवान घाटी संघर्ष के बाद से दोनों देशों के रिश्ते हैं तनावपूर्ण
- छात्रों और कामगारों को उड़ान शुरू नहीं होने से मुश्किल
Indo-China Airways:गलवान घाटी संघर्ष के बाद से ही भारत और चीन के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण चल रहे हैं। हाल ही में एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव कम करने के लिए अपने-अपने सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया भी शुरू हुई, लेकिन यह प्रयास भी तनाव को दूर नहीं कर सका। चीन में हजारों छात्र पढ़ाई के लिए जाते रहते हैं। बहुत से लोग व्यापार के इरादे से भी जाते हैं। मगर तीन वर्षों से भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें बंद हैं। अभी आगे भी यह सेवाएं स्थगित रहेंगी।
भारत और चीन के बीच कायम तनाव के अलावा कोविड-19 महामारी संबंधी नियमों को भी इसकी वजह बताया जा रहा है। नियमों में बदलाव के बिना भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानों का संचालन फिलहाल फिर से शुरू होने की संभावना नहीं है। वर्ष 2019 के अंत में वुहान में पहली बार कोविड-19 संक्रमण और बाद में दुनियाभर में इसके फैलने के बाद से दोनों देशों के बीच उड़ान सेवाएं बाधित हैं।
छात्रों और कामगारों की मुश्किलें नहीं होंगी कम
महामारी संबंधी प्रतिबंधों के कारण सैकड़ों भारतीय छात्र, चीन में काम करने वाले भारतीयों के परिवारों और व्यापारियों के लिए उड़ान में व्यवधान एक बड़ी समस्या बन गया है। चीन ने हालांकि हाल में लगभग तीन साल बाद वीजा प्रतिबंध हटा लिया है। सूत्रों ने यहां बताया कि उड़ानों के फिर से शुरू नहीं होने की संभावना को देखते हुए भारतीयों को हांगकांग से यात्रा करने की सलाह दी जा रही है। भारत और हांगकांग के बीच दैनिक उड़ान सेवाओं का संचालन हो रहा है। ऐसी स्थिति में भारतीय हांगकांग से चीन के शहरों के लिए उड़ान भर सकते हैं, जहां उन्हें सात दिन तक पृथकवास(क्वारंटाइन) में रहना होगा।
नेपाल और श्रीलंका के रास्ते जा रहे यात्री
भारतीय यात्री चीन के लिए फिलहाल श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों से यात्रा कर रहे हैं। चीन ने वर्ष 2020 में लगभग सभी देशों से उड़ान सेवाएं बंद कर दीं थी। हाल के महीनों में चीन ने दक्षिण एशियाई देशों नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान समेत कुछ देशों से सीमित उड़ान सेवाओं की अनुमति देना शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन सीमित उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए कई महीनों से बातचीत कर रहे हैं। लेकिन कोविड संक्रमित यात्री मिलने पर उड़ान रद्द करने से संबंधित चीन के नियम के कारण सीधी उड़ानों का संचालन शुरू नहीं हो रहा है।