बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक व्यावसायिक इमारत में 7 मार्च को हुए शक्तिशाली विस्फोट में मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 22 हो गई। 26 वर्षीय मोहम्मद यासीन अराफात ने शेख हसीना नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस बीच, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रमुख हारून ओर रशीद की डिटेक्टिव ब्रांच ने गुरुवार देर रात पुष्टि की कि इमारत के मालिक वाहिदुर रहमान, मतिउर रहमान और दुकान के मालिक मिंटू को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मरने वालों की संख्या बढ़ी
शेख हसीना नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी के समन्वयक डॉ. सामंत लाल सेन ने आईएएनएस को बताया कि अस्पताल में आठ लोग 55 से 85 फीसदी तक झुलसे हुए हैं। इनमें से दो आईसीयू में हैं। पुलिस अधिकारियों और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने आईएएनएस को बताया कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि 30 से अधिक गंभीर रूप से घायल मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इस बीच, विस्फोट की जांच के लिए अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा (संचालन और रखरखाव) के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद ताजुल इस्लाम चौधरी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। जांच पैनल को पांच कार्य दिवसों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
घायलों का इलाज जारी
पुलिस अधिकारी के मुताबिक ज्यादातर घायलों का इलाज अस्पताल के इमरजेंसी यूनिट में चल रहा है। जिस इमारत में यह विस्फोट हुआ है उसके निचले फ्लोप पर सैनिटरी प्रोडक्ट्स के कई स्टोर थे। साथ ही इसके बगल में बीआरएसी बैंक की एक ब्रांच भी थी। वहीं इस घटना में जान बचाने के लिए कई लोग अपनी खिड़की से कूदकर भागे। इस घटना के बाद पूरे इलाके में चीख पुकार मच गई थी।
(इनपुट-आईएएनएस)