भारत के मोस्ट वांटेड दुश्मन दाऊद इब्राहिम को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दाउद को ज़हर दिए जाने की ख़बर है। पाकिस्तानी पत्रकारों ने ये बड़ा दावा किया है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का कराची के अस्पताल में इलाज चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि उसे जहर देकर मारने की कोशिश की गई है। हालांकि, इस खबर की अभी तक किसी ने पुष्टि नहीं की है। साथ ही इस बात की भी कोई जानकारी नहीं है कि किसने जहर देने की कोशिश की।
अनजान शख्स के जहर देने का दावा
सोशल मीडिया पर यूजर्स की ओर से दावा किया जा रहा है कि दाऊद इब्राहिम को कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दावा है कि किसी अनजान शख्स ने उसे जहर दे दिया है। इसके कारण वह अस्पताल में भर्ती है। पाकिस्तान के जीयो टीवी न्यूज ने भी सोशल मीडिया पर चल रही इन चर्चाओं का हवाला देते हुए कहा कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर अफवाहें फैल रही हैं, जिसे कथित तौर पर गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बाद पाकिस्तान के कराची में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपुष्ट रिपोर्टों में इसकी वजह जहर बताया जा रहा है।
2003 में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हुआ
मोस्ट वांटेड आतंकवादी और डी-कंपनी का प्रमुख दाऊद इब्राहिम भारत का भगोड़ा है। 1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड दाऊद इब्राहिम ही था। धमाको को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था। इसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बना लिया। वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है। उसके खिलाफ भारत में आतंकी हमला, मर्डर, किडनैपिंग, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं। साल 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था। साल 2011 में एफबीआई और फ़ोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया था।
D-कंपनी का मुखिया कैसे बना दाऊद?
बता दें कि दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था। उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे। बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था। 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था। पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था। वहीं रहते-रहते उसका प्रभाव बढ़ने लगा। उसके गैंग को लोग D-कंपनी कहने लगे और वो उसका मुखिया माना जाता था।