रूस-यूक्रेन युद्ध का 17वां महीना चल रहा है। इस बची उत्तर अटलांटिक संधि संगठन ने यूक्रेन को युद्ध सामग्री की अनवरत आपूर्ति जारी रखने का फैसला किया है। हालांकि यूक्रेन को तत्कालिक रूस से नाटो ने अपने संगठन का सदस्य बनाने से इनकार कर दिया है। नाटो का कहना है कि यूक्रेन को इसका सदस्य बनने के लिए जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा और यह युद्ध समाप्ति से पहले नहीं हो सकता। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन को क्लस्टर बमों की आपूर्ति करके नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। अमेरिका के इस कदम के बाद रूस भड़क गया है। साथ ही यूक्रेन समेत अमेरिका को चेताया है कि अगर भूल से भी क्लस्टर बमों को चलाने की जेलेंस्की ने गलती की तो रूस के भंडार क्लस्टर बमों से भरे पड़े हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को कहा कि रूस के पास क्लस्टर बमों का "पर्याप्त भंडार" है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यूक्रेन ने विवादास्पद हथियार का इस्तेमाल किया तो उसके पास भी ‘‘जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार’’ है। इससे यूक्रेन के लोगों में दहशत फैल गई है। अब लोगों की जिंदगी पर बड़ा खतरा मंडराने लगा है। क्लस्टर बम बेहद खतरनाक होते हैं। इसका इस्तेमाल रूस या यूक्रेन किसी भी तरफ से किया जाता है तो मानवता का भारी विनाश तय है।
रूस ने कहा-अब तक नहीं किया क्लस्टर बमों का इस्तेमाल
अमेरिका से यूक्रेन को क्लस्टर बम की आपूर्ति पर अपनी पहली टिप्पणी में, पुतिन ने रविवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा कि रूस ने यूक्रेन में अपने युद्ध में अब तक क्लस्टर बम का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, हमने ऐसा नहीं किया है, हमने इसका इस्तेमाल नहीं किया है और हमें ऐसी कोई आवश्यकता नहीं पड़ी।’’ हालांकि रूस और यूक्रेन, दोनों द्वारा क्लस्टर बमों के इस्तेमाल का व्यापक रूप से उल्लेखित किया गया है तथा रूस के हमलों के बाद क्लस्टर बम पाए गए हैं। रुसिया टीवी के रिपोर्टर पावेल ज़रुबिन ने रविवार रात निर्धारित प्रसारण से पहले रविवार को साक्षात्कार के अंश अपने टेलीग्राम चैनल पर प्रकाशित किए। पेंटागन ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका द्वारा प्रदान किए गए क्लस्टर बम यूक्रेन में आ गए हैं।
जानें क्या हैं क्लस्टर बम
क्लस्टर बमों की गितनी परमाणु बम के बाद दूसरे खतरनाक बमों में होती है। इनको ऊंचाई से हवा में छोड़ा जाता है और इसके अंदर से हजारों की संख्या में छोटे बम निकलते हैं, जो निशाना बनाए गए स्थान पर भारी तबाही मचाते हैं। अतीत में क्लस्टर बम के इस्तेमाल में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। यही वजह है कि कई देश क्लस्टर बम के इस्तेमाल से परहेज करते हैं। पिछले सप्ताह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा अंतिम निर्णय लेने से पहले, अमेरिकी नेताओं ने महीनों तक इस पेचीदे मुद्दे पर चर्चा की। यूक्रेन ने इन्हें घनी आबादी वाले इलाकों से दूर ही इसके इस्तेमाल करने का वादा किया है।
रूस के हवाई हमलों से तबाह हो रहा यूक्रेन
वहीं यूक्रेन की सेना ने रविवार सुबह कहा कि पिछले 24 घंटे में रूस ने 40 हवाई हमलों और रॉकेट लांचर से 46 हमलों के अलावा, ईरान निर्मित दो शाहेद ड्रोन से हमले किये, दो क्रूज मिसाइलें दागी और दो विमान भेदी मिसाइलें छोड़ीं। डोनेत्स्क के गवर्नर पावलो किरिलेंको ने रविवार को कहा कि शनिवार को क्षेत्र के दो निवासियों की मौत हो गई, और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। यूक्रेनी अभियोजक जनरल के कार्यालय के अनुसार, देश में अन्य जगहों पर, रविवार को दक्षिणी क्षेत्र खेरसॉन में रूसी सेना द्वारा छोड़े गए एक विस्फोटक उपकरण में विस्फोट होने से आठ और 10 साल की उम्र के दो लड़के घायल हो गए। गवर्नर ऑलेक्ज़ेंडर प्रोकुदिन ने कहा कि रूस ने खेरसॉन क्षेत्र में 69 गोले दागे हैं। (भाषा)
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