बीजिंग: दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी थमने का नाम नहीं ले रही है। दक्षिण चीन सागर में विवादित 'स्प्रैटली' द्वीप समूह के पास सोमवार को एक चीनी जहाज और फिलीपींस के एक आपूर्ति जहाज के बीच टक्कर हो गई। चीन के तटरक्षक बल ने यह दावा किया है। चीनी तटरक्षक ने कहा कि फिलीपींस का एक आपूर्ति जहाज 'स्प्रैटली' द्वीप समूह में जलमग्न चट्टान 'सेकंड थॉमस शोल' के निकट जलक्षेत्र में घुस आया जिसके बाद यह घटना हुई। 'स्प्रैटली' द्वीप समूह पर कई देश अपने-अपने क्षेत्र का हिस्सा होने का दावा करते हैं। चीन दक्षिण चीन सागर पर अपना दबदबा कायम रखना चाहता है।
इस वजह से हुई टक्कर
चीनी तटरक्षक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'वीचैट' पर एक बयान में कहा कि फिलीपींस का एक आपूर्ति जहाज चीन द्वारा बार-बार दी गई चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए गैर-पेशेवर तरीके से एक चीनी जहाज के पास खतरनाक तरीके से पहुंच गया, जिसके परिणामस्वरूप टक्कर हो गई। बयान के मुताबिक, ''इस दुर्घटना के लिए पूरी तरह से फिलीपींस जिम्मेदार है।''
फिलीपींस ने क्या कहा
मामले को लेकर फिलीपींस का कहना है कि 'सेकंड थॉमस शोल' उसके समुद्र तट से 200 नॉटिकल मील (लगभग 370 किलोमीटर) से भी कम दूरी पर स्थित है और उसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेष आर्थिक क्षेत्र में पड़ता है। फिलीपींस वर्ष 2016 की एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता व्यवस्था का हवाला देता है, जिसमें ऐतिहासिक आधार पर दक्षिण चीन सागर में चीन के व्यापक दावों को अमान्य करार दिया गया है।
पहले भी चीन कर चुका है ऐसी हरकतें
यह पहला मौका नहीं है जब चीन और फिलीपींस के बीच इस तरह का तनाव बढ़ा हो। इस पहले भी चीनी तटरक्षकों की ओर से फिलिपींस के जहाजों को निशाना बनाया गया है। बीते साल भी भी चीनी तटरक्षकों ने अपने जहाज से जानबूझकर फिलीपींस के जहाज में टक्कर मार दी थी और उसे आगे बढ़ने से रोक दिया थाी। चीनी तटरक्षक यहीं नहीं रुके थे, उन्होंने फिलीपींस के दलों पर पर पानी की बौछार भी की थी। तब फिलीपींस के तटरक्षकों ने आरोप लगाया था कि चीनी तटरक्षकों ने विवादित शोल क्षेत्र में उसके तीन जहाजों पर पानी की बौछार की और उनमें से एक जहाज को टक्कर मार दी, जिससे जहाज के इंजन को गंभीर क्षति पहुंची।
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