एक चीनी नागरिक ने सिर्फ 9 दिनों में भारत में 1400 करोड़ रुपये की लूट की है। इसके लिए उसने सैकड़ों भारतीय लोगों को निशाना बनाया है। यह आरोप कांग्रेस की ओर से लगाया गया है। घटना गुजरात की बताई जा रही है। एक चीनी नागरिक ने कैसे सैकड़ों भारतीय लोगों को इतनी बड़ी रकम का चूना लगाया और उसके बाद वह भाग गया। अब आगे इस मामले में क्या कार्रवाई हो सकती है, आइए आपको पूरा मामला बताते हैं।
कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि चीन के एक नागरिक ने गुजरात में नौ दिनों के भीतर 1200 भारतीय नागरिकों से 1400 करोड़ रुपये की लूट की। पार्टी ने मांग की कि सरकार को ‘श्वेत पत्र’ के जरिये इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी पूछा कि चीन के ‘घोटालेबाजों’ के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और गंभीर कपट अन्वेषण कार्यालय (एसएफआईओ) का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक चीनी व्यक्ति ने गुजरात में केवल नौ दिनों में 1200 लोगों से 1400 करोड़ रुपये की भारी ठगी की और देश से भाग गया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह उसे रोक नहीं सके। कुछ खबरों से यह भी पता चलता है कि इस 'दानी डेटा ऐप' घोटाले ने लोगों को 4,600 करोड़ रुपये का भारी चूना लगाया होगा।’
ऐप के जरिये की 1400 करोड़ की ठगी
कांग्रेस का आरोप है कि चीनी नागरिक ने एक ऐप के जरिये स्थानीय गुजराती लोगों को भारी-भरकम चूना लगाया है।’ खेड़ा ने दावा किया कि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में पुलिस ने इस ऐप का प्रचार प्रसार किया। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वू उयानबे नामक एक चीनी तकनीकी विशेषज्ञ 2020-22 में भारत में रहा, उसने एक नकली फुटबॉल सट्टेबाजी ऐप बनाया और भारत से भागने से पहले गुजरात के आम लोगों से करोड़ों ठग लिए। ज्यादातर पीड़ित गुजरात के बनासकांठा और पाटन और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से हैं। ’’ उन्होंने कहा कि ऐप से जुड़े घोटाले पर ‘श्वेत पत्र’ लाना चाहिए। खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘‘हाल के दिनों में महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती गुजरात सट्टेबाजी घोटालों और पोंजी योजनाओं का केंद्र बन रही है, लेकिन 'डबल इंजन' सरकार ने इन योजनाओं के शिकार हुए गुजरातियों की दुर्दशा के प्रति दुखद 'डबल उदासीनता' प्रदर्शित की है।’’(भाषा)
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