Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. शी जिनपिंग ने दुनिया को दिखाया बड़ा हथियार, सेना को "युद्ध" के लिए तैयार होने का आदेश, निशाने पर है ये देश

शी जिनपिंग ने दुनिया को दिखाया बड़ा हथियार, सेना को "युद्ध" के लिए तैयार होने का आदेश, निशाने पर है ये देश

China Xi Jinping: भारत और अमेरिका जैसे देशों को धमकाने के लिए चीन ने एक खास तरह की मिसाइल पेश की है। इसके साथ ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना को तैयार रहने को कहा है।

Written By: Shilpa @Shilpaa30thakur
Published : Nov 09, 2022 17:02 IST, Updated : Nov 09, 2022 17:02 IST
शी जिनपिंग ने सेना को तैयार होने का आदेश दिया
Image Source : PTI शी जिनपिंग ने सेना को तैयार होने का आदेश दिया

चीन ने दुनिया को पहली बार अपनी नई एंटी-शिप हाइपरसोनिक मिसाइल दिखाई है। ये मिसाइल पहली बार मंगलवार को दुनिया के सामने आई। ऐसा कहा जा रहा है कि चीन की वाईजे-21 मिसाइल एक नया वर्जन है। विशेषज्ञों के अनुसार, चीन की ये मिसाइल रूस की हाईपरसोनिक मिसाइल किंजल की नकल करके बनाई गई है। इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीपुल्स रिपब्लिक आर्मी यानी चीनी सेना से अपनी ताकत बढ़ाने और युद्ध के लिए तैयारी तेज करने को कहा है। ऐसा माना जा रहा है कि शी जिनपिंग ने अमेरिका और भारत जैसे अपने दुश्मन देशों को इस नई एंटी-शिप हाइरसोनिक मिसाइल के जरिए चेतावनी दी है।

ताइवान को लेकर अमेरिका से तनाव

चीन ने अपनी युद्ध-विरोधी हाइपरसोनिक मिसाइल का प्रदर्शन ऐसे समय में किया है, जिसे आधुनिक ब्रह्मास्त्र कहा जाता है, जब ताइवान को लेकर अमेरिका के साथ उसका तनाव चरम पर है। चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अमेरिका अक्सर ताइवान स्ट्रेट से अपने एयरक्राफ्ट कैरियर भेजता है। चीन के सरकारी अखबार ने कई बार इन अमेरिकी विमानवाहक पोतों को निशाना बनाने की धमकी दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें चीन के जियान एच-6के बॉम्बर के पंखों के नीचे दो हाइपरसोनिक मिसाइलें दिखाती हैं।

चीन ने मिसाइल से अमेरिका को दी चेतावनी 

चीन ने इस रणनीतिक बमवर्षक विमान को तटीय शहर झुहाई में शुरू हुए एरो शो के दौरान दिखाया। वाईजे-21 मिसाइल को पहले एक वीडियो में देखा गया था, जिसे चीनी सेना ने अप्रैल में समुद्र में तैनात एक विध्वंसक से दागा था। इस दौरान अमेरिका का विमानवाहक पोत यूएसएस अब्राहम लिंकन कोरियाई प्रायद्वीप में जापानी नौसेना के साथ अभ्यास कर रहा था। इसी बीच कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह मिसाइल भी सामने आई है, जिसकी मारक क्षमता करीब 2000 किलोमीटर है।

रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि ताइवान और चीन के बीच युद्ध जैसे हालात के दौरान इस एरो शो को अमेरिका के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन ने यह दिखाने की कोशिश की है कि ताइवान पर चीनी सेना के कब्जे के दौरान अमेरिका को दखल नहीं देना चाहिए। वर्तमान में कोई भी अमेरिकी रक्षा प्रणाली हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम नहीं है। यह चीनी मिसाइल रूस की किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल की तरह दिखती है।

संप्रभुता बचाने के लिए तैयार हो सेना

रूस ने यूक्रेन युद्ध में किंजल मिसाइल का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया है। इस मिसाइल की गति 12 मच है। यह मिसाइल किसी भी युद्धपोत को एक शॉट में डुबाने की क्षमता रखती है। एरो शो की शुरुआत में, जिनपिंग ने मंगलवार को सेना से देश की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की पूरी ताकत से रक्षा करने के लिए खुद को तैयार करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि दुनिया एक ऐसे बदलाव से गुजर रही है जो पिछली सदियों में नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि नए युग में सेना को मजबूत करने के कम्युनिस्ट पार्टी के विचार को पूरी सेना को लागू करना चाहिए।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement