Highlights
- चीन पर बेहद हमलावर दिखे अमेरिका के विदेश मंत्री।
- मार्कोस जूनियर ने चीन के कदमों पर हैरानी जतायी।
- चीन ने अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी है।
China Vs United States: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ही चीन बौखलाया हुआ है, और कई ऐसे कदम उठा रहा है जो अमेरिका को रास नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को कहा कि चीन को जलवायु संकट जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मामलों पर वार्ता में अड़ंगा नहीं लगाना चाहिए। बता दें कि पेलोसी की यात्रा के बाद पहले से ही खटास से भरपूर रहे दोनों देशों के रिश्तों में और तल्खी आ गई है।
चीन पर हमलावर दिखे एंटनी ब्लिंकन
ब्लिंकन ने मनीला में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर और अन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने फिलीपींस के विदेश मंत्री के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें वह चीन पर काफी हमलावर दिखे। बीते 30 जून को मार्कोस जूनियर के पद संभालने के बाद ब्लिंकन फिलीपीन की यात्रा करने वाले शीर्ष रैंक के पहले अमेरिकी अधिकारी हैं। पेलोसी की यात्रा के बाद चीन ने गुरुवार को ताइवान के तटों के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया और शुक्रवार को सैन्य मामलों तथा जलवायु सहयोग सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर अमेरिका के साथ संपर्क काट दिया।
‘चीन का कदम पूरी दुनिया के खिलाफ है’
चीन की इस हरकत पर ब्लिंकन ने कहा, ‘हमें अपने बीच के मतभेदों के चलते वैश्विक चिंता के मामलों पर सहयोग में अड़ंगा नहीं लगाना चाहिए। अन्य पक्ष हमसे यह उम्मीद कर रहे हैं कि हम उन मुद्दों पर काम करना जारी रखेंगे जो उनके लोगों के साथ-साथ हमारे अपने लोगों के जीवन और आजीविका के लिए जरूरी हैं। चीन का कदम अमेरिका के खिलाफ नहीं, बल्कि दुनिया के खिलाफ है। दुनिया का सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक अब जलवायु संकट का मुकाबला करने से इनकार कर रहा है।’
मार्कोस जूनियर ने कहा, मैं हैरान हूं कि...
ब्लिंकन ने कहा कि ताइवान के आसपास पानी में चीन की बैलिस्टिक मिसाइलों का गिरना बहुत ही खतरनाक बात है। ब्लिंकन के साथ अपनी छोटी सी बैठक में फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने इस बात का जिक्र किया कि वह इस हफ्ते पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद हो रहे घटनाक्रम से हैरान हैं। मार्कोस जूनियर ने फिलीपींस और अमेरिका के बीच गहरे रिश्तों की प्रशंसा की, जो आपस संधि सहयोगी हैं।