बीजिंग: भारत के पड़ोसी मुल्क चीन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करने संबंधी नीति का सख्ती से पालन करता है। साथ ही यह भी कहा कि हाल में अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के प्रक्षेपण का इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग शियाओगांग ने कहा, ‘‘चीन की परमाणु नीति बहुत स्थिर और सुसंगत है। हम परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करने की परमाणु नीति का सख्ती से पालन करते हैं और आत्मरक्षा की परमाणु रणनीति अपनाते हैं।’’
सुरक्षा के लिए परमाणु क्षमताओं को बनाए रखेगा
उन्होंने एक आईसीबीएम के प्रक्षेपण को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमने वादा किया है कि हम परमाणु हथियार रहित देशों या परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्रों के विरुद्ध परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे या इस्तेमाल करने की धमकी नहीं देंगे। चीन अपनी परमाणु क्षमताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक स्तर पर बनाये रखेगा।’’
उन्होंने बुधवार को प्रक्षेपित किए गए आईसीबीएम के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि इस बात पर जोर दिया जाना चाहिए कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय कवायद के अनुरूप है और किसी विशिष्ट देश या लक्ष्य पर लक्षित नहीं है।
आईसीबीएम प्रक्षेपण की तस्वीरें प्रकाशित
चीन की सेना ने बृहस्पतिवार को आईसीबीएम प्रक्षेपण की तस्वीरें प्रकाशित कीं। ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स’ ने मिसाइल के दागे जाने के चार चित्र सार्वजनिक किये। चीन के समाचार पत्र ‘चाइना डेली’ की खबर के अनुसार पीएलए के लिए यह एक असामान्य कदम है क्योंकि इसने अपनी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों की तस्वीरें शायद ही प्रकाशित की हों।’’ चीन के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि चीन ने प्रशांत महासागर में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। (इनपुट-भाषा)