चीन इस समय कोरोना महामारी और आर्थिक संकट की दोहरी मार झेल रहा है। चीन में कोविड के मामले बेहद चौंकाने वाली तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में बेड फुल हैं, वेंटिलेटर कम पड़ गए हैं। मौतों के आंकड़े बढ़ रहे हैं। वहीं इस वजह से चीनी कारोबार और उद्योगों की कमर टूट गई है। आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि कोरोना के कारण चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट घटकर 2.8 से 3.2 फीसदी के बीच ही रहने का अनुमान है, जो कि पिछले पांच दशकों में सबसे कम होगी। वहीं चीन ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि उसके देश में कोरोना से मौतें हो रही हैं। इससे सोशल मीडिया पर छा रहे कोरोना के तांडव के वीडियो और तस्वीरों को विश्वस्नीयता मिली है।
कोरोना और कारोबार दोनों में चीन की हालत पतली
चीन की हालत कोरोना और कारोबार दोनों में पतली हो गई है। चीन में अस्पतालों में संक्रमण फैलने की दर काफी तेजी से बढ़ रही है। चीन में ज्यादातर मेडिकल स्टाफ कोविड से संक्रमित हो चुका है। चीनी मीडिया के मुताबिक, चीन के अधिकांश अस्पतालों में इतने मरीज आ रहे हैं कि डॉक्टर्स की संख्या बहुत कम रह गई है।
आलम ये है कि चीन में न सिर्फ हॉस्पिटल में बेड, वेंटिलेटर्स और दवाइयों की कमी है, बल्कि डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की भी काफी कमी है। चीनी मीडिया रिपोर्ट्स में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
पिछली सर्दियों के मुकाबले इस बार अंतिम संस्कार कई गुना ज्यादा
चीन के अस्पतालों,श्मशान घाटों और सोशल मीडिया पोस्ट्स पर उमड़ी भीड़ इस बात की तस्दीक कर रही है कि इस समय चीन एक बड़ी हेल्थ क्राइसिस का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के यह हालात पिछली लहरों से भी भयावह हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजिंग डोंगजियाओ फ्यूनरल होम के एक कर्मचारी का कहना है कि ' हमने एक दिन में 150 शवों का अंतिम संस्कार किया है, जो पिछली सर्दियों के एक सामान्य दिन की तुलना में कई गुना ज्यादा है'।
चीन में कोरोना से अगले साल 10 लाख मौतों का अनुमान
एक रिपोर्ट के हवाले के अनुसार इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन यानी आईएचएमई ने चीन में अगले साल कोरोना से 10 लाख मौतों का अनुमान लगाया है। जबकि चीन की एक तिहाई आबादी के 1 अप्रैल 2023 तक कोरोना से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। यही नहीं, मार्च 2023 तक कोरोना की तीन लहरों को लेकर भी चेतावनी दी गई है।
और इधर...कारोबार मंद, आर्थिक वृद्धि दर 5 साल में सबसे कम रहने का अनुमान
कारोबार की बात करें तो चीन की इकोनॉमी पहले से ही उसे परेशान कर रही थी। जीडीपी अनुमानित अपेक्षा से कम ही रही। ऐसे में अब कोविड महामारी के बीच चीन आर्थिक मोर्चे पर और संकटग्रस्त हो गया है। आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि कोरोना के कारण चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट घटकर 2.8 से 3.2 फीसदी के बीच ही रहने का अनुमान है, जो कि पिछले पांच दशकों में सबसे कम होगी।
खुदरा बिक्री में 5.9 फीसदी की गिरावट
इनसाइडओवर की सूचना के अनुसार नवंबर में साल दर साल में खुदरा बिक्री में 5.9 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि संपत्ति निवेश के लिए मंदी 19 फीसदी है। इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन और अचल संपत्ति निवेश भी क्रमश: 2.2 प्रतिशत और 5.3 फीसदी तक धीमा हो गया है।